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अस्पताल से डॉक्टर गायब, नहीं हो सका घायल का इलाज, कर्मी ने जैसे-तैसे की मरहम-पट्टी

धनबाद के गोविंदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए पहुंचे घायल को अस्पताल में डॉक्टर ही नहीं मिला. दरअसल अस्पताल से डॉक्टर नदारत रहे.

अस्पताल में घायल

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Published : Sep 21, 2019, 6:17 AM IST

धनबाद: कोयलांचल में सरकारी हो या निजी अस्पताल सभी में बीते कुछ दिनों से घोर लापरवाही देखने को मिल रही है. ताजा मामला गोविंदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में देखने को मिला. जहां पर गंभीर रूप से घायल एक व्यक्ति को गोविंदपुर पुलिस ने इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में लाया. लेकिन डॉक्टर नहीं रहने के कारण वहां पर समुचित इलाज नहीं हो पाया. आखिर में पुलिस को इलाज कराने के लिए दूसरे निजी अस्पताल में उस व्यक्ति को ले जाना पड़ा.

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पुलिस को दी गई सूचना
बता दें कि गोविंदपुर थाना क्षेत्र के शमशान रोड स्थित रहने वाले जय सिंह का अपने पड़ोसियों के साथ किसी बात को लेकर मारपीट की घटना हुई थी. उसके सिर से काफी खून भी बहा रहा था. वह दौड़ते हुए गोविंदपुर थाना पहुंचा और पुलिस को मामले की जानकारी दी. पुलिस ने सबसे पहले उसका इलाज करवाने के लिए उसे साथ लेकर गोविंदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची.

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नहीं पहुंचे डॉक्टर
लेकिन वहां पर कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं था. अस्पताल में मौजूद गार्ड ने बताया कि 3 बजे डॉक्टर का शिफ्ट चेंज होता है और दूसरे डॉक्टर की ड्यूटी रहती है. लेकिन 3:00 बजे के बाद कोई डॉक्टर नहीं पहुंचे. यह मामला तकरीबन पांच बजे का है यानी 2 घंटे तक अस्पताल में कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं थे.

अस्पताल में डॉक्टर नहीं
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोविंदपुर जीटी रोड पर स्थित है और जीटी रोड जैसे व्यस्ततम सड़क पर आए दिन सड़क दुर्घटना भी घटती रहती है. अब ऐसे में सवाल उठता है कि अगर किसी दिन कोई बड़ी अनहोनी सड़क पर हो जाए और डॉक्टर भी अस्पताल में मौजूद नहीं रहें तो फिर इस लापरवाही का जिम्मा आखिर कौन लेगा.

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जैसे-तैसे मरीज का मरहम पट्टी
अस्पताल में मौजूद एक कर्मी ने ही जैसे-तैसे मरीज का मरहम पट्टी किया. लेकिन सुई देने में वह नाकाम रहे. अस्पताल के उस कर्मी ने बताया कि किसकी ड्यूटी है मुझे नहीं मालूम है. जिसके बाद इंजेक्शन दिलाने के लिए पुलिस को उस व्यक्ति को दूसरे एक निजी अस्पताल में ले जाना पड़ा. हालांकि इस पूरे मामले की जानकारी हमारे संवाददाता ने जिले के सिविल सर्जन को फोन पर दे दी. सिविल सर्जन ने डॉक्टर भेजे जाने की बात भी कही. लेकिन आधा घंटा बीत जाने के बाद भी कोई डॉक्टर अस्पताल में नहीं आया.

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