धनबाद: जिला जज उत्तम आनंद मौत मामले की जांच चल रही है. सीबीआई की टीम लगातार दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है. दोनों को रिमांड में रखकर सीबीआई की टीम उनसे सवाल कर रही है. गुरुवार को भी टीम ने उनसे पूछताछ की.
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धनबाद जज मौत मामले में रिमांड सीबीआई में लेकर आरोपियों से लगातार पूछताछ हो रही है. गुरुवार को पूछताछ के बाद सीबीआई ने दोनों आरोपियों का जिला सदर अस्पताल में कोरोना टेस्ट करवाया. जिसके बाद उन्हें जेल सुप्रिटेंडेंट को सौंपा गया. शुक्रवार को सीबीआई की टीम उसे दोबारा अपनी कस्टडी में लेगी.
देखें वीडियोः सदर अस्पताल में धनबाद जज मौत मामले के आरोपियों का कोरोना टेस्ट सूत्रों के मुताबिक सीबीआई ने दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया है. शुक्रवार को फिर से सीबीआई की टीम दोनों आरोपियों को अपनी कस्टडी में ले लेगी. शुक्रवार को सीबीआई दोनों आरोपियों से दोबारा पूछताछ करेगी. सूत्रों के मुताबिक धनबाद जज मौत मामले के दोनों आरोपियों के कई और टेस्ट के लिए शुक्रवार को सीबीआई की टीम उन्हें लेकर दिल्ली रवाना हो सकती है.
धनबाद जज मौत मामले में सीबीआई दोनों आरोपियों का दिल्ली में नार्को टेस्ट करवाएगी. इससे पहले सीबीआई ने धनबाद जज उत्तम आनंद मौत (Judge Uttam Anand) मामले में दोनों आरोपियों ऑटो ड्राइवर लखन वर्मा और उसके साथी राहुल वर्मा को धनबाद में सीबीआई की विशेष न्यायिक दंडाधिकारी शिखा अग्रवाल की अदालत में पेश कर 10 दिन की रिमांड ली थी.
झारखंड हाई कोर्ट धनबाद सिविल कोर्ट एडीजे उत्तम आनंद मौत मामले की लगातार मॉनिटरिंग कर रही है. गुरुवार को जज मौत मामले की जांच के बिंदु पर हाई कोर्ट में गुरुवार को सुनवाई हुई. मामले की जांच कर रही सीबीआई के द्वारा अदालत में जांच रिपोर्ट पेश की गई. जांच रिपोर्ट देखने के बाद अदालत ने मामले में संतुष्टि जताते हुए जांच लगातार जारी रखने का निर्देश दिया. साथ ही अगले सप्ताह जांच की प्रगति रिपोर्ट अदालत में पेश करने को कहा है. मामले की अगली सुनवाई 20 अगस्त को होगी.
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क्या है मामला
28 जुलाई को सुबह एडीजे उत्तम आनंद (Judge Uttam Anand) मॉर्निंग वॉक पर निकले थे. इसी दौरान धनबाद के रणधीर वर्मा चौक पर उन्हें एक ऑटो ने टक्कर मार दी, जिसके बाद वे गंभीर रूप से घायल होकर सड़क पर गिर गए. कुछ देर बाद स्थानीय लोगों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. उसी दिन सीसीटीवी फुटेज का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें हादसे की परिस्थिति संदिग्ध लग रही थी. फुटेज में ऐसा नजर रहा था कि ऑटो संदिग्ध स्थिति में सड़क किनारे जज आनंद के करीब पहुंचा था. ऑटो में कुछ लोग भी बैठे थे. घटना के बाद जज उत्तम आनंद की पत्नी के बयान पर धनबाद के सदर थाने में अज्ञात ऑटो चालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी.
धनबाद सदर अस्पताल में आरोपियों के साथ सीबीआई की टीम एसआईटी ने नहीं पाया था कोई साक्ष्य
हत्या के मामले में एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद झारखंड राज्य पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर एडीजी अभियान संजय आनंद लाठकर के नेतृत्व में एसआईटी गठित की गई. एसआईटी ने अबतक की जांच में सुनियोजित हत्या से जुड़ा कोई साक्ष्य नहीं पाया था. वहीं, इस मामले में सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट ने भी संज्ञान लिया था. मामले में झारखंड हाई कोर्ट द्वारा मॉनिटरिंग की जा रही है. 30 जुलाई को झारखंड सरकार ने सीबीआई से जांच कराने की अनुशंसा की थी. सीबीआई ने इस मामले में ऑटो ड्राइवर और उसके साथी को गिरफ्तार किया है. सीबीआई ने धनबाद में घटना का सीन भी रीक्रिएट कराया है और उसकी वीडियोग्राफी कराई है. अब आरोपियों का नार्को टेस्ट समेत चार टेस्ट किए जाने हैं.
रंजय आनंद हत्याकांड की कर रहे थे सुनवाई
झारखंड के धनबाद में अतिरिक्त जिला न्यायाधीश (एडीजे) उत्तम आनंद (Judge Uttam Anand) चर्चित रंजय सिंह हत्याकांड की सुनवाई कर रहे थे. रंजय सिंह धनबाद के बाहुबली नेता और झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह के काफी करीबी माने जाते थे. कुछ दिन पहले ही शूटर अभिनव सिंह और रवि ठाकुर की जमानत याचिका उन्होंने खारिज कर दी थी. आशंका जताई जा रही है कि रंजय सिंह हत्याकांड मामले में सुनवाई से उनकी हादसे में मौत के तार जुड़े हो सकते हैं.