झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / city

सिंदरी सीट से कटा विधायक फूलचंद मंडल का पत्ता, समर्थकों ने की प्रत्याशी बदलने की मांग

बीजेपी के निवर्तमान विधायक फूलचंद मंडल का टिकट कटने के बाद उनके समर्थकों ने नाराजगी जाहिर की. उन्होंने सांसद पीएन सिंह के आवास में जाकर नारेबाजी की और प्रत्याशी बदलने की भी मांग की.

विरोध करते बीजेपी कार्यकर्ता

By

Published : Nov 13, 2019, 10:53 PM IST

धनबाद: विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद से सभी पार्टियों में उथल-पुथल मची हुई है. सभी नेता अपने टिकट की आस में थे. जिन्हें टिकट मिला वह गदगद हैं और जिन्हें नहीं मिला वह खुलकर विरोध में उतर गए हैं. धनबाद के सिंदरी विधानसभा सीट पर भी बीजेपी के निवर्तमान विधायक फूलचंद मंडल का टिकट कटने के बाद उनके समर्थकों ने नाराजगी जाहिर की.

देखें पूरी खबर

टिकट पर पुनर्विचार करने की मांग
सिंदरी से निवर्तमान विधायक फूलचंद मंडल का टिकट कटने के बाद बीजेपी नेता और फूलचंद मंडल के समर्थकों ने सांसद पशुपतिनाथ सिंह के आवास का घेराव किया और उनसे सिंदरी विधानसभा के टिकट पर पुनर्विचार करने की बात कही. बीजेपी के जिला मंत्री मोहन कुंभकार का कहना है कि फूलचंद मंडल बीजेपी के सर्वमान्य नेता हैं और अपने संगठन के भी सर्वमान्य नेता हैं, अर्थात उन्होंने मंडल जाति के संगठन की बात कही है और इसे लेकर उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से एक धमकी दे डाली है कि अगर फूलचंद मंडल का टिकट कटा तो सिर्फ सिंदरी विधानसभा की सीट ही नहीं बल्कि और भी कई सीट प्रभावित होगी.

पीएन सिंह का बयान

ये भी पढ़ें-लोहरदगा में होगा दिलचस्प मुकाबला, कांग्रेस के वर्तमान और पूर्व अध्यक्ष होंगे आमने-सामने

कई सीटों पर पड़ेगा असर
धनबाद के जिला मंत्री मोहन कुंभकार का कहना है कि सिंदरी विधायक फूलचंद मंडल का टिकट कटने के बाद धनबाद के टुंडी, सिंदरी, धनबाद, निरसा की सीटों के साथ-साथ झारखंड के कई और सीटों में भी इसका असर देखने को मिलेगा. जिसके लिए आज समय रहते यह सचेत करने के लिए धनबाद सांसद के पास पहुंचे हुए थे. धनबाद सांसद पशुपतिनाथ सिंह को अवगत करा दिया है और समय रहते पार्टी को विचार करने की जरूरत है.

आजसू ने भी उतारा प्रत्याशी
बता दें कि विधायक फूलचंद मंडल का टिकट काटकर इंद्रजीत महतो को प्रत्याशी बनाया है. दूसरी तरफ बीजेपी गठबंधन में शामिल आजसू पार्टी ने भी मंटू महतो को सिंदरी से प्रत्याशी बनाया है. इस पूरे मामले पर जब सांसद पशुपति नाथ सिंह ने कहा कि एक अभिभावक के तौर पर लोग हमारे यहां बात करने के लिए पहुंचे थे. लेकिन यह संसदीय बोर्ड का फैसला है जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद थे. इसमें वे कुछ नहीं कर सकते और पार्टी ने जिन्हें प्रत्याशी घोषित किया है उसे जीताकर भेजना हमारी मजबूरी है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details