धनबादः झरिया के सिंह नगर दलित बस्ती में सोमवार रात को हल्दी की रस्म के दौरान डीजे बजाने पर झरिया पुलिस के द्वारा मारपीट और लाठीचार्ज किया गया था. मामले को भाजपा ने गंभीरता से लिया है. चंदनकियारी के विधायक और भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अमर बाउरी पीड़ित परिवार से मिले और घायलों से पूरे मामले की जानकारी ली.
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जानिए BJP MLA अमर बाउरी ने क्यों कहा- बर्बर हो गई है झारखंड की पुलिस
झारखंड पुलिस हमेशा विवादों में घिरी रहती है. किसी न किसी वजह से उसपर आरोप लगते रहते हैं. इसबार बीजेपी एमएलए ने पुलिस पर बर्बरतापूर्ण कार्रवाई करने का आरोप लगाया है. साथ ही कहा कि मौजूदा सरकार में पुलिस आमलोगों के लिए काम कर ही नहीं रही है.
अमर बाउरी ने कहा कि पुलिस सरकार की लठैत बन कर काम कर रही है. सरकार के इशारे पर गरीबों, दलित और आदिवासियों पर अत्याचार कर रही है. सरकारी तंत्र को अपने उंगली पर नचाने का काम किया जा रहा है. जिससे कि प्रशासन और पुलिस की व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है. उन्होंने कहा कि पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया और मामला ज्यादा ना बिगड़े, जिसकी वजह से प्राथमिक चिकित्सा कराकर छोड़ दिया गया. जबकि यह परिवार अत्यंत ही गरीब है और मजदूरी कर अपना जीवन यापन और परिवार का जीवन यापन करते हैं. ऐसे में इनके परिवार के सामने रोटी की भी आफत आ गई है.
अमर बाउरी ने कहा कि यह एक निंदनीय घटना है. इस पर आला अधिकारियों को संज्ञान लेना चाहिए और दोषी पुलिस वालों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. पुलिस खुद को भारतीय संविधान से भी ऊपर समझ रही है. पुलिस आम जनता पर तुरंत भारतीय दंड सहिता के तहत कार्रवाई करती है, ठीक उसी प्रकार आला अधिकारियों को इन पुलिस वालों पर आईपीसी की धाराओं के तहत कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए. इस दौरान पीड़ित महिलाओं ने भी अपनी पीड़ा विधायक अमर बाउरी को बताया. अमर बाउरी ने इस पर संज्ञान लिया और धनबाद के एसएसपी सहित आला अधिकारियों से बात कर जल्द से जल्द कार्रवाई करने की मांग की है.
आपको बता दें कि इससे पूर्व झरिया थाना के प्रभारी प्रमोद सिंह इसी तरह की बबरतापूर्ण कार्रवाई करने के कारण सस्पेंड हुए थे. हत्या हुए आउटसोर्सिंग कंपनी कर्मी के परिजनों पर सस्पेंड थानेदार द्वारा लाठीचार्ज किया गया था. मामला तूल पकड़ने के बाद थाना प्रभारी को संस्पेंड किया गया था. फिर एक बार उसी थाना की पुलिस द्वारा हल्दी रस्म में लाठीचार्ज करना कितना उचित है यह बड़ा सवाल है. जनता की रक्षा करने वाली पुलिस ही अगर जनता पर हमला करे तो न्याय कहां मिलेगा.