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विधानसभा चुनाव 2019: बाघमारा सीट से बीजेपी विधायक ढुल्लू महतो का रिपोर्ट कार्ड

झारखंड में विधानसभा चुनाव होने वाला है. ऐसे में सभी पार्टी के नेता चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं. बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो का कहना है कि उन्होंने अपने क्षेत्र की जनता के समस्या का समाधान किया है. उन्होंने कहा कि 90 से 95 फीसदी जनता की समस्याओं का निदान करने का प्रयास उन्होंने किया है. वहीं इस क्षेत्र के कांग्रेस नेता लगन यादव का मानना है कि काम नहीं हुआ है केवल दावा किया जा रहा है. हालांकि जनता विधायक के साथ है. विधायक ढुल्लू महतो को जनता ने औसत 7 नंबर दिया है.

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Published : Sep 26, 2019, 1:14 PM IST

झारखंड विधानसभा चुनाव

झारखंड की 81 विधानसभा क्षेत्रों में बाघमारा भी शामिल है. गिर‍डीह लोकसभा क्षेत्र में आने वाला यह विधानसभा सीट 1977 में अस्तित्‍व में आया. धनबाद जिले का यह इलाका विकास खंड और उपखंड मुख्‍यालय होने के चलते जिले की सियासत में प्रमुख रोल निभाता है. यह इलाका अपने मजबूत कोयला और खनिज संपदा के लिए देश भर में मशहूर है. इस इलाके में बीसीसीएल कॉलोनी बसाने के बाद से विभिन्‍न तरह के संसाधनों की उपलब्‍धता बढ़ी है. इस इलाके की ज्‍यादातर आबादी अनुसूचित जनजाति समूह के लोगों की है और वह ग्रामीण इलाकों में निवास करते हैं.

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बाघमारा विधानसभा क्षेत्र के विधायक ढुल्लु महतो दावा कर रहे हैं कि उन्होंने अपने क्षेत्र में विकास के कई कार्य किए हैं. अपने क्षेत्र और वहां रह रहे लोगों के शैक्षणिक और आर्थिक विकास को और आगे बढ़ाना है. विधायक अपने क्षेत्र के युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने की बात कह रह हैं तो कांग्रेस नेता का कहना है कि रोजगार के अभाव में यहां से लोग पलायन कर रहे हैं.


बीसीसीएल बाघमारा में कोयला उत्पादन करने का काम करती है. बीसीसीएल के अधीनस्थ कई आउटसोर्सिंग कंपनियां इस क्षेत्र में खनन का काम कर रही है. कोयले के वर्चस्व को लेकर गाहे बगाहे दो गुटों के बीच टकराव होता रहता है, जिसमें गोलियों की तड़तड़ाहट और बारूदी गंध से फिजा धमक उठती है.

1977 में बाघमारा विधानसभा हुआ नोटिफाइड
साल 1952 में हुए पहले चुनाव के बाद कतरास विधानसभा का अस्तित्व खत्म हो गया. 1977 में परिसीमन के बाद बाघमारा विधानसभा को नोटिफाइड माना गया. कांग्रेस पार्टी से ओपी लाल साल 1977 से 1990 तक चार बार विधायक रहे. शंकर दयाल सिंह तीन बार विधायक रहे. बाघमारा विधानसभा सीट कांग्रेस पार्टी का गढ़ माना जाता था. कांग्रेस से विधायक रहे ओपी लाल मंत्री भी रह चुके हैं. जलेश्वर महतो समता और जदयू पार्टी से दो बार विधायक बने.

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साल 2009 विधानसभा चुनाव में झारखंड विकास मोर्चा पार्टी से ढुल्लू महतो बाघमारा विधानसभा से चुनाव लड़े और जीत हासिल की. ढुल्लू महतो के जनाधार को देखते हुए 2014 में बीजेपी ने बाघमारा विधानसभा सीट से उन्हें प्रत्याशी घोषित किया. भारतीय जनता पार्टी का बाघमारा विधानसभा सीट पर कभी कमल नहीं खिला था. ढुल्लू महतो के रूप में इस सीट पर कमल खिला.

स्कूलों को किया गया अपग्रेड
बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो का कहना है कि 90 से 95 फीसदी जनता की समस्याओं का निदान करने का प्रयास उन्होंने किया है. उन्होंने कहा कि यहां बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके इसके लिए कई ऐसे विद्यालय जिन्हें मिडिल से हाई स्कूल और हाई स्कूल से प्लस टू स्कूल में अपग्रेड कराने का काम किया है. पिछले 20 सालों से जर्जर हो चुकी सड़कों को टेंडर के माध्यम से उन्हें दुरुस्त कराने का काम किया है.

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विधायक के इन दावों से हटकर विपक्ष की कांग्रेस पार्टी के नेता लगन देव यादव कहते हैं कि दावा करने के लिए तो कोई भी दावा कर सकते हैं. विकास का जो भी चिन्ह बाघमारा विधानसभा में दिखाई दे रहें हैं दरअसल वह पहले किया गया विकास कार्य है. विधायक ढुल्लू महतो के कार्यकाल में कोई भी विकास का कार्य नहीं हुआ है.

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