धनबाद: जिले के गोविंदपुर बाजार में 1950 में बना राजकीय बुनियादी विद्यालय (बेसिक स्कूल) का हाल बेहाल है. विद्यालय में चारों ओर कूड़े का अंबार लगा है. वहीं, कई लोग स्कूल के पीछे ही शौच भी करते हैं. जिससे आसपास रहने वाले लोग काफी परेशान हैं.
1950 में बने गोविंदपुर का बेसिक स्कूल बदहाल है. लोगों का कहना है कि इस स्कूल कैंपस का इस्तेमाल लोग शौचालय के लिए करते हैं. रात में यहां पर जुआरी और शराबियों का अड्डा लगा रहता है. कई बार प्रशासन को भी जानकारी दी गई लेकिन नतीजा जस का तस बना हुआ है.
पूरे बाजार में नहीं है सर्वजनिक शौचालय
गोविंदपुर के पूरे बाजार में कहीं भी सार्वजनिक शौचालय नहीं बनाया गया है. यही कारण है कि लोग स्कूल कैंपस का इस्तेमाल शौच के लिए करते हैं. इस बाजार में हर दिन करीब 20 हजार से अधिक लोगों का आना जाना है. बावजूद इसके यहां पर सार्वजनिक शौचालय का न होना सवाल खड़े करता है.
शिक्षक और बच्चे मिलकर करते हैं सफाई
रात में इस स्कूल कैंपस में जुआरियों और शराबियों का अड्डा लग जाता है. शराब की बोतल स्कूल कैंपस के बरामदे में ही पड़े रहते है. जब सुबह शिक्षक और बच्चे स्कूल पहुंचते है तो वे मिलकर साफ सफाई करते हैं. शिक्षकों का कहना है कि कई स्थानीय असमाजिक तत्व यहां इस तरह की हरकत करते हैं. उनका कहना है कि उन्होंने इसकी शिकायत प्रशासन से भी की लेकिन शिकायत के कुछ दिनों के बाद हालत पहले जैसी ही हो जाती है. प्रधानाचार्य का कहना है कि इस प्रकार का कार्य देखकर बच्चों की मानसिकता पर भी बुरा असर पड़ सकता है.