धनबाद: 16 साल की एक नाबालिग लड़की को मरा हुआ समझकर परिजन दफनाने की तैयारी कर रहे थे. लेकिन सही समय पर पुलिस पहुंच गई. पुलिस ने लड़की की सांसें चलती पाई. जिसके बाद उसे आनन-फानन में पीएमसीएच में भर्ती कराया गया.
फोन से बढ़ी नजदीकियां
पीएमसीएच के सर्जिकल आईसीयू वार्ड में भर्ती नाबालिग लड़की पूर्वी टुंडी इलाके में अपने मामा-मामी के साथ रहती है. एक दिन वह अपनी मामी के साथ काली मेला घूमने गई थी. मामी के मोबाइल से वह किसी दूसरे लड़के से बातचीत करती थी. परिजनों की माने तो लड़का शादीशुदा है. लड़के का नाम रूपलाल टुडू है और वह निरसा थाना क्षेत्र के गुरगा का रहनेवाला है.
ये भी पढ़ें-गणतंत्र दिवस 2020: झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में फहराया तिरंगा
दूसरे लड़के को सौंपा
बता दें कि लड़का नाबालिग लड़की को अपने साथ ले गया, लेकिन उसने अपने एक साथी अनिल मुर्मू नाम के एक लड़के को उसे सौंप दिया. कई दिनों तक नाबालिग लड़की अनिल के साथ रही. कुछ दिन बीतने के बाद लड़की वापस लौट आई. नाबालिग लड़की के मामी का कहना है कि इतने दिनों तक अनिल के साथ रहने के बाद दोनों समुदाय के प्रधान ने यह मिलकर निर्णय लिया कि अब लड़की अनिल के साथ रहेगी. हालांकि दोनों की शादी नहीं कराई गई थी.
2 जनवरी 2020 की घटना
लड़की पूर्वी टुंडी क्षेत्र में अनिल के घर पर रह रही थी. 2 जनवरी 2020 को नाबालिग लड़की के शरीर में आग लग जाने की घटना घटी. जिसके बाद उसे पीएमसीएच ले जाया गया. अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे रिम्स रेफर कर दिया. वहीं, परिजन रिम्स ले जाने के बजाय अपने घर ले गए. घर पर जड़ी बूटी का इलाज कराने लगे.