धनबाद: बीमा कर्मचारी संघ हजारीबाग मंडल के 29वें सम्मेलन (29th Conference of Insurance Employees Association Hazaribagh Mandal) को लेकर शनिवार को विरोध रैली निकली गई. इस विरोध रैली में हजारों की संख्या में कर्मचारियों और मजदूरों ने सड़क पर निकलकर विरोध मार्च किया. यह रैली शहर के विभिन्न क्षेत्रों से निकलकर एक जगह जमा हुई जहां उन्होंने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. ये कर्मचारी सरकारी उपक्रमों के निजीकरण का विरोध कर रहे हैं.
बीमा कर्मचारी संघ सम्मेलन का आगाज, सदस्यों ने केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ निकाला विरोध मार्च
धनबाद में बीमा कर्मचारी संघ हजारीबाग मंडल का 29वां सम्मेलन हो रहा है. इस सम्मेलन के दौरान कर्मचारी संघ के सदस्यों ने केंद्री सरकार के नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए एक रैली निकाली. इस दौरान उन्होंने मौदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. Conference of Insurance Employees Association
बीमा कर्मचारी संघ हजारीबाग मंडल के 29वें सम्मेलन शुरू होने से पहले सैकड़ों की संख्या में संघ के सदस्य सड़क पर निकले. हाथों में लाल झंडा और संघ का बैनर पोस्टर लेकर न्यू टाउन हॉल से इन्होंने एक रैली निकाली. रैली के दौरान पूरे रास्ते बीमा कर्मचारी संघ सदस्यों ने केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. संघ के सदस्य आईपीओ के माध्यम से जीवन बीमा निगम के विनिवेश और सरकारी उपक्रमों को निजी हाथों में बेचने का विरोध कर रहे हैं. इस दौरान आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रसनजीत चटर्जी ने एलआईसी सहित अन्य सार्वजनिक उपक्रमों के निजीकरण का विरोध किया.
प्रसनजीत चटर्जी ने कहा कि जिले के टाउनहाल में आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन झारखंड के मजदूर आंदोलन में मील का पत्थर साबित होगा. सम्मेलन के माध्यम से मजदूर विरोधी चारों श्रम कोड, बैंक निजीकरण, पब्लिक सेक्टर के मेगा सेल, देश के संसाधनों का बेलगाम निजीकरण करने की केंद्र सरकार की नीतियों का पुरजोर विरोध किया. बिमा, इंडिया इंश्योरेंस एम्प्लाइज एसोसिएशन और मुख्य अतिथि ईस्ट सेंट्रल जोनल इंश्योरेंस एम्प्लाइज एसोसिएशन ने इस सम्मेलन में पूरे हजारीबाग मंडल के लगभग 400 प्रतिनिधि और पर्यवेक्षकों ने हिस्सा लिया.