देवघर: झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 की तैयारियों में जुटी कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी से मिली करारी शिकस्त का बदला लेने के लिए कमर कस ली है. हालांकि, लोकसभा चुनाव के वक्त कांग्रेस महागठबंधन में शामिल थी, लिहाजा, विधानसभा चुनाव में भी महागठबंधन में शामिल रहते हुए संथाल के सात सीटों पर अपनी दावेदारी पेश की है.
बीजेपी के मंसूबों पर पानी फेरेगा महागठबंधन, संथाल की 7 सीटों पर लड़ेगी कांग्रेस: रामेश्वर उरांव
प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव की मानें तो, राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास इन दिनों संथाल की जनता को झांसे में लेने के लिए यात्रा पर निकले हैं. उनका मकसद भोले-भाले आदिवासियों को बरगला कर एसपीटी और सीएनटी एक्ट को खत्म करना है. उन्होंने कहा कि इस बार कांग्रेस संथाल की 7 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव की मानें तो, राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास इन दिनों संथाल की जनता को झांसे में लेने के लिए यात्रा पर निकले हैं. उनका मकसद भोले-भाले आदिवासियों को बरगला कर एसपीटी और सीएनटी एक्ट को खत्म करना है, जिससे वह उद्योगपतियों को फायदा पहुंचा सकें.
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इतना ही नहीं, रामेश्वर उरांव ने देवघर सीट पर भी अपनी दावेदारी जताते हुए महागठबंधन में शामिल घटक दलों की मनाने की बात कही. बहरहाल, विधानसभा चुनाव में अभी भले ही वक्त बचा हो लेकिन, तमाम सियासी दलों की सक्रियता ने सूबे के सियासी पारा ऊपर तो जरूर चढ़ा दिया है.