देवघर/कोडरमाः झारखंड का जामताड़ा जिला साइबर अपराध (Cyber crime) के लिए बदनाम है. लेकिन अपराधी धीरे-धीरे प्रदेश के बाकी राज्यों में अपनी पैठ बना रहे हैं. पिछले दिनों साइबर क्रिमिनल्स देवघर को अपना बेस बना रखा है और कई वारदात को देवघर से ही अंजाम दिया गया. इसको लेकर देवघर पुलिस साइबर अपराधियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है.
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देवघर से 10 साइबर अपराधी गिरफ्तार
देवघर में 10 साइबर अपराधी (10 cyber criminals arrested) गिरफ्तार हुए हैं. जिला में मधुपुर थाना क्षेत्र के रांगा सिरसा, देवीपुर थाना क्षेत्र के ढ़कढ़का, कुंडा थाना क्षेत्र के शांति नगर और पालाजोरी थाना क्षेत्र के ब्रह्मसोली गांव में हुई कार्रवाई से इन अपराधियों को पकड़ा गया है.
जानकारी देतीं साइबर डीएसपी इन साइबर अपराधियों के पास से 17 मोबाइल (Mobile), 23 सिम कार्ड (Sim Card), 11 एटीएम कार्ड (ATM Card), 1 लैपटॉप (Laptop), 4 चेकबुक (Cheque book), 7 पासबुक (Pass book), 1 बुलेट मोटरसाइकिल और 91हजार रुपया कैश (91 thousand cash) बरामद किया गया है.
अपराधियों की निशानदेही पर कई इलाकों में छापा
शुक्रवार को इस बाबत एक प्रेस कांफ्रेंस (Press conference) में जानकारी देते हुए साइबर डीएसपी नेहा बाला (Cyber DSP Neha Bala) ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों में शबाब राजा (20 वर्ष), इमरान अंसारी (21 वर्ष), सुनील दास (29 वर्ष), अशोक दास (27 वर्ष), तुलसी दास (22 वर्ष), प्रफुल्ल दास 21 वर्ष(21 वर्ष), विनोद दास (30 वर्ष), हदीस अंसारी (21 वर्ष), अजय दास (28 वर्ष) और 22 वर्षीय पवन दास का नाम शामिल है.
साइबर डीएसपी ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों में सुनील दास को मध्य प्रदेश की पुलिस ने पहले भी गिरफ्तार किया था और अशोक दास देवीपुर थाना में दर्ज मामले में आरोपी है. गिरफ्तार अपराधियों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस और कई इलाकों में छापेमारी कर रही है.
अलग-अलग हथकंडे से करते हैं ठगी
इसके साथ ही साइबर डीएसपी नेहा बाला ने यह जानकारी दी है कि गिरफ्तार साइबर अपराधी साइबर ठगी (cyber fraud) की घटना को अंजाम देने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाते हैं. साइबर अपराधी एयरटेल (Airtel), जियो (JIO) का कस्टमर केयर अधिकारी (Customer care officer) बनकर लोगों को लॉटरी (Lottery) का प्रलोभन देकर, जीएसटी टैक्स कमीशन (GST Tax commission) के नाम पर पैसों की ठगी करते थे.
साथ ही ये साइबर अपराधी फर्जी बैंक अधिकारी (Fake bank officer) बनकर लोगों को फोन करते हैं और उन्हें बताते हैं कि उनका एटीएम (ATM) बंद होने वाला है, इसके अलावा केवाइसी अपडेट (KYC Update) कराने के नाम पर भी ठगी की जाती है. इन अपराधियों ने ठगी के लिए गूगल-पे (Google-Pay) का भी सहारा लिया था. साथ ही साइबर अपराधियों की ओर से वर्चुअल पेमेंट एड्रेस (Virtual Payment Address) के माध्यम से भी ठगी की जाती थी.
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कोडरमा में 5 साइबर अपराधी पकड़े गए
फेसबुक (Facebook) पर विदेशी लड़कियों का फर्जी फेसबुक अकाउंट (Fake Facebook account) बनाकर महंगे गिफ्ट भेजने के नाम पर लोगों के साथ ठगी करने वाले गिरोह का कोडरमा पुलिस (Koderma Police) ने भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने इस गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार साइबर अपराधियों के पास से कई मोबाइल (Mobile) और सिम कार्ड (Sim Card) बरामद किए गए हैं.
कोडरमा से 5 साइबर अपराधी गिरफ्तार पिछले कई दिनों से ये साइबर अपराधी तिलैया थाना क्षेत्र के सामंतों पेट्रोल-पंप के पास एक मकान में बतौर स्टूडेंट बनकर रह रहे थे. ये ठग विदेशी लड़कियों की आकर्षक फोटो का इस्तेमाल कर विदेशी लड़कियों के नाम से फेक फेसबुक अकाउंट (Fake Facebook account) बनाते थे और लोगों से दोस्ती बढ़ाने के बाद उन्हें विदेश से महंगे गिफ्ट भेजने की बात करते थे. बाद में गिरोह के दूसरे सदस्य कुरियर कंपनी के नाम पर फोन पर उन महंगे गिफ्ट को छुड़ाने के नाम पर पैसों की ठगी किया करते थे. हाल ही में इस ठग गिरोह ने दो लोगों से ठगी की घटना को अंजाम दिया था.मामले की जानकारी देते हुए तिलैया थाना प्रभारी द्वारिका राम ने बताया कि गिरोह के 5 लोग गिरफ्तार कर लिए गए हैं, जबकि गिरोह के दो ठग पुलिस के पहुंचने से पहले ही फरार हो गए. उन्होंने बताया कि पकड़े गए सभी अपराधी बिहार के अलग-अलग जिलों के रहने वाले हैं.