चाईबासा: कोरोना वायरस संक्रमण के रोकथाम को लेकर देश में लगाए गए लॉकडाउन के कारण माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज (एमएसएमई) को बड़ा झटका लगा है. इस संकट काल में सरकार के द्वारा एमएसएमई को बचाने और व्यापारियों में उत्साह के लिए केंद्रीय पैकेज के रूप में आसान ऋण उपलब्ध कराया गया है. जिससे एमएसएमई मालिकों में उत्साह है.
ओवरड्राफ्ट खाते में 20 % बिना गारंटी दे रही सरकार
दरअसल, सरकार के द्वारा एमएसएमई को ऋण की पेशकश की है जिससे एमएसएमई मालिकों में काफी उत्साह देखा जा रहा है सरकार के द्वारा 9.5 प्रतिशत की ब्याज दर के साथ एमएसएमई मालिकों को 4 साल की अवधि में इस ऋण को चुकाना है. एमएसएमई मालिकों की माने तो केंद्र सरकार का यह केंद्रीय पैकेज एमएसएमई मालिकों के लिए काफी मददगार साबित होगा. एमएसएमई मालिकों का नगद उधार खाता, ओवरड्राफ्ट खाता जिनका भी है उन्हें 20% बिना गारंटी के दिया जाता है जिस पर 1 वर्ष तक कोई ईएमआई की छूट है.
देश की अर्थव्यवस्था होगी मजबूत
वस्त्र एवं जूता व्यवसायी संघ के अध्यक्ष राजकुमार ओझा ने बताया कि एमएसएमई मालिकों के लिए सरकार के द्वारा केंद्रीय पैकेज दिया गया है. जिससे व्यापारियों को बूस्ट मिलेगा और व्यापारियों को बूस्ट मिलने के साथ ही देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करेगा. लॉकडाउन में व्यापारियों को झटका जरूर लगा है और इस झटके से व्यापारियों को उभारने के लिए केंद्र सरकार का प्रयास भी काफी सराहनीय है. लॉकडाउन खत्म होने के बाद हम एमएसएमई मालिकों को खरीदारी उद्यमी मजदूर आदि के लिए पैसे लगाने होंगे. ऐसी स्थिति में सरकार के द्वारा 20% कारण काफी मददगार साबित होगा. ऋण से व्यापारी बूस्ट अप होंगे. इसके साथ ही देश की अर्थव्यवस्था में सुधार लाने के लिए एमएसएमई सेक्टर भी काफी कारगर साबित होगा.
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लोन चुकाने के लिए 4 साल का समय
सरकार के द्वारा दिए जा रहे हैं ऋण को चुकाने के लिए 4 वर्षों का समय दिया गया है, जिससे व्यापारियों को 2 वर्षीय ईएमआई से मुक्त रखा जाता तो ज्यादा बेहतर होता, लेकिन सरकार ने 1 वर्ष मुक्त रखने का प्रावधा दिया गया. पश्चिम सिंहभूम चेंबर ऑफ कॉमर्स के फाउंडर सह झारखंड टेंट एंड डेकोरेटर्स एसोसिएशन के महासचिव विकास चंद्र मिश्रा ने बताया कि एमएसएमई में सरकार ने बहुत से ऐसे उद्योग जो इसके दायरे में नहीं आते थे उसे भी ला दिया गया है. सूक्ष्म को मध्यम और मध्यम को वृहद बना दिया गया है. जो केंद्र सरकार का एक बहुत ही अच्छा और सराहनीय फैसला है. जिसका हम सभी स्वागत करते हैं. इस फैसले से बहुत से ऐसे व्यवसाई हैं जिसे लोग व्यवसाय को आगे बढ़ा सकते हैं. बहुत से ऐसे व्यवसाय हैं जो सेवा सेक्टर के हैं इसे छोटे स्तर पर लाया गया है सभी के स्तर को बढ़ाया गया है. एक्सपोर्ट की जो सीमा थी उसे भी बढ़ा दिया गया है इससे व्यवसायियों को एक अवसर मिलेंगा.
लॉकडाउन में सभी वर्ग हुए प्रभावित
उन्होंने कहा कि यही अवसर है कि अपने आप को आत्मनिर्भर बनाने और आगे बढ़ाने का. जिसका हम सभी स्वागत करते हैं. केंद्र सरकार के द्वारा जो पैकेज की घोषणा की गई है वह काफी अच्छा है इसका लाभ व्यवसायियों को लेना चाहिए इस लॉकडाउन में व्यवसायी वर्ग ही नहीं बल्कि लगभग सभी लोग प्रभावित हुए हैं. चाहे वे किसी भी नौकरी व्यवसाय या स्कूली बच्चे या किसी भी सेक्टर के काम करने वाले लोग हैं सभी प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित हुए हैं.