चाईबासा: देश में करोड़ों लोगों को प्रधानमंत्री आवास के तहत पक्का मकान दिया जा रहा है, लेकिन देश के लिए शहीद हुए राम भगवान केरकेट्टा के परिजनों को अबतक पक्का मकान नसीब नहीं हो सका है. न ही शहिद सैनिकों को मिलने वाला पैकेज का लाभ मिल सका है. शहीद के परिजन को मिलने वाला पेंशन भी पिछले 5 महीने से बंद हो चुका है.
अल्बेस्टर के घर में रह रहे शहीद के परिजन
शहीद राम भगवान केरकेट्टा के परिजन पूर्व में मिलने वाले पेंशन के पैसे से रो-रोकर नदी किनारे अल्बेस्टर के घर में रहने को मजबूर हैं. उन्हें सरकार की ओर से छत भी नसीब नहीं हुआ, लेकिन पेंशन के पैसे से बने अल्वेस्टर के घर को जिला प्रशासन ने हटाने के लिए नोटिस जरूर भेज दिया था.
अधिकारियों ने किया था वादा
शहीद राम भगवान केरकेट्टा का पार्थिव शरीर जब पैसा पहुंचा तो जिले के बड़े अधिकारी शहीद के घर श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे और परिजनों को सांत्वना देते हुए सरकारी मुआवजा के साथ हर संभव मदद करने का भरोसा भी दिलाया, लेकिन कारगिल युद्ध को लगभग 20 साल बीत जाने के बाद भी शहीद के परिजन को जिला प्रशासन या अन्य किसी भी अन्य सरकारी पदाधिकारी जनप्रतिनिधियों की ओर से किसी भी प्रकार की मदद अब तक नहीं मिल पाई है.