चाईबासा: पश्चिम सिंहभूम जिले के सारंडा क्षेत्र के कई गांव में अपराध नियंत्रण, रोकथाम और ग्रामीणों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से गुवा और आसपास के क्षेत्रों को लगभग 30 गांव के मानकी मुंडा के साथ एसडीपीओ किरीबुरू डॉ. हीरालाल रवि ने बैठक की. जिसमें एसडीपीओ ने अपील की है कि क्षेत्र में पूरी तरह से अपराध पर नियंत्रण सिर्फ पुलिस के सहयोग से ही संभव नहीं है. इसके लिए गांव के पढ़े-लिखे नौजवानों और मानकी मुंडा का भी सहयोग बहुत ही जरूरी है.
अपराध नियंत्रण को लेकर SDPO ने की बैठक, कहा- कानून को हाथ मे ना लें, पुलिस को दें जानकारी
पश्चिम सिंहभूम जिले के सारंडा क्षेत्र के कई गांव में अपराध नियंत्रण को लेकर एसडीपीओ ने बैठक की. इस दौरान उन्होंने कहा कि कानून को हाथ मे ना लें और पुलिस को इसकी जानकारी दें.
उन्होंने कहा कि गांव में बहुत सारे अपराध जैसे डायन बिसाही, मॉब लिंचिंग, महिलाओं के हड़िया की बिक्री, मुर्गा पाड़ा, जुआ, हब्बा डब्बा (जुआ का खेल) आदि पर रोक लगाने संबंधी जानकारी दी गई. उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि इन सभी चीजों पर रोक लगाने से अपराध पूरी तरह से नियंत्रण में किया जा सकता है. अगर आस-पास के गांव में ऐसी घटना सुनने को मिलती है तो इसकी सूचना तुरंत ही स्थानीय थाना को दें और कानून को अपने हाथों में ना लें, पुलिस सभी ग्रामीणों के साथ है. सूचना देने वाले ग्रामीणों का नाम गुप्त रखा जाएगा.
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इस दौरान थानों के विभिन्न अधिकारियों का मोबाइल नंबर जारी किया ताकि इस पर ग्रामीण तुरंत ही सूचना दें. अगर गांव में डायन बिसाही आदि की शिकायत मिलती है तो उसकी हत्या कर कानून को हाथ मे ना लें, इसकी सूचना पुलिस को दें. इस मौके पर गुवा थाना प्रभारी राकेश रंजन सिंह और 30 गांव के मानकी मुंडा मौजूद थे.