चाईबासा: कोरोना रिलीफ टीम ने नियांत नाम की एक बस को पकड़ा है. बस में बिना निबंधन कराए मजदूरों को तमिलनाडू ले जाया जा रहा था. इस मामले में पूर्व विधायक शशिभूषण सामड़ ने कार्रवाई की मांग की है.
जानकारी के अनुसार, कोल्हान रिलीफ टीम को गुप्त सूचना मिली थी की एक बस में कुछ लडकियों को तामिलनाडु लेकर जाने की तैयारी है, जिसके बाद टीम के सदस्य रविन्द्र गिलुवा ने एक बस में लडकियों को बैठते देखा. पूछताछ करने पर बताया कि लडकियों को तामिलनाडू सूत कातने के लिए लेकर जाना है. पकड़े गए बस का झारखंड से मजदूरों को लेकर जाने कोई पास नहीं है और न ही किसी भी लडकियों का स्थानीय प्रशासन और गांव के मुखिया के पास निबंधन कराया गया है.
गिरिडीह के 13 लड़कें और चक्रधरपुर के 13 लड़कियां
बस में गिरीडीह से 13 मजदूर और चाईबासा के घाघराघाट की 13 लडकियां भी शामिल हैं, जिसमें से अधिकतर लडकियां नबालिग हैं. सभी को फर्जी पास चिन्नपा शिपिंग कंपनी त्रिपुर, तामिलनाडू के नाम पर लेकर जाना था.
शशिभूषण करेंगे सीएम से शिकायत
पूर्व विधायक शशिभूषण सामड़ ने चक्रधरपुर थाना पहुंचकर मामले की जानकारी दी. वहीं, थाना प्रभारी और अंचल अधिकारी से इस मामले से अवगत कराया. शशिभूषण सामड़ ने प्रशासन पर अपना भड़ास निकाला. उन्होंने कहा कि प्रशासन की विफलता के कारण मजदूरों का पलायन हो रहा है. राज्य सरकार मजदूरों को रोजगार देने में असमर्थ है. हवाई जहाज से मजदूरों को वापस बुलाने वाली हेमंत सोरेन अब रोजगार की गांरटी नहीं दे रही. मजबूर होकर प्रवासी मजदूर वापस परदेश जा रहे हैं. पिछले एक महीने में करीब दो दर्जन से अधिक बसों को अवैध रूप से लेकर जाते पकड़ा गया है. दलाल और बस ऑनर्स के उपर मामला दर्ज कराने के लिए उपायुक्त को पत्र लिखा गया है.
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बिना निबंधन किसी को भी जाने नहीं दिया जाएगा
अंचल अधिकारी अमर जॉन आईद ने फोन पर बताया कि बिना रजिस्ट्रेशन के एक भी प्रवासी और मजदूर को दूसरे राज्यों में जाने नहीं दिया जाएगा, जो भी बिना रजिस्ट्रेशन और प्रर्याप्त कागजात के मजदूरों को लेकर जाते पकड़े जाएंगे. उस पर कानूनी कारवाई कर मामला दर्ज कराया जाएगा. कोल्हान कोरोना टीम के द्वारा पिछले एक महीने में करीब दो दर्जन से भी अधिक बसों को पकडा है, जिसमें वर्तमान में चार बस थाना में ही मौजूद हैं.