चाईबासा: लॉकडाउन के दौरान भूख से किसी की मौत न हो, कोई भूखा न रहे, इसी उद्देश्य के साथ जिला प्रशासन ने जिले के वंचित, निशक्त, गरीब, असहाय लोगों के लिए चार पहिए पर भोजनालय (हॉट फूड एट योर डोर स्टेप्स) की व्यवस्था करने जा रही है. जिला प्रशासन इसकी विधिवत शुरुआत सोमवार से करने जा रही है.
पश्चिमी सिंहभूम उपायुक्त अरवा राजकमल ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि लॉकडाउन के दौरान बुजुर्ग, गरीब, निशक्त लोगों को किसी तरह की असुविधा नहीं हो, इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से पर्याप्त और उचित प्रबंध किए जा रहे हैं. 'फूड-ट्रक' के माध्यम से उनके घरों तक गर्म ताजा खाना की आपूर्ति कराई जाएगी. उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन का पूरा फोकस इस बात पर है कि कोई भी भूखा नहीं रहे. हर बेसहारा और अंतिम व्यक्ति तक भोजन पहुंचे. दैनिक मजदूरी करके जीवन यापन करने वालों से लेकर बुजुर्ग और जिनका कोई आश्रय नहीं है वैसे लोगों को प्रशासन की ओर से ताजा खाना उपलब्ध कराने की शुरुआत कल यानी सोमवार से की जाएगी. बता दें कि फूड ट्रक से भोजन वितरण की शुरुआत सोमवार को चाईबासा परिसदन से पूर्वाह्न 11:00 बजे उप विकास आयुक्त हरी झंडी दिखाकर करेंगे.
लॉकडाउन में कोई भूखा न रहे, इसके लिए 'हॉट फूड एट योर डोर स्टेप्स' की होगी शुरुआत: DC - घर-घर खाना बांटेगा जिला प्रशासन
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए सरकार पूरे देश में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन कर दिया है. ऐसे में शासन-प्रशासन समेत विभिन्न सामाजिक संस्थाएं गरीब और असहायों तक भोजन पहुंचा रहे हैं. ऐसे में पश्चिमी सिंहभूम उपायुक्त ने जिले में भूख से किसी की मौत ना हो और कोई भूखा ना रहे इसके लिए 'हॉट फूड एट योर डोर स्टेप्स' की व्यवस्था की है.
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उपायुक्त ने कहा कि उप विकास आयुक्त आदित्य रंजन और प्रखंड विकास पदाधिकारी सदर चाईबासा और चक्रधरपुर के नेतृत्व में किया जाएगा. साथ ही चक्रधरपुर और सदर के अंचलाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी और कार्यपालक पदाधिकारी के सहयोग से जिले में रह रहे दिहाड़ी मजदूर, आर्थिक रूप से कमजोर, वंचित, निशक्त, गरीब, असहाय लोगों को उनके घर तक निःशुल्क 'फूड ट्रक' के माध्यम से गर्म भोजन उपलब्ध करवाने का कार्य चक्रधरपुर और चाईबासा में प्रारंभ किया जा रहा है. जिला प्रशासन को पूरी उम्मीद है कि आपदा की इस घड़ी में सभी लोग एक दूसरे का सहारा बनेंगे.