चाईबासाः पश्चिमी सिंहभूम जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र गुलीकेरा में 3 दिन पूर्व पत्थलगड़ी विवाद में हुए नरसंहार मामले में गुरूवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन घटनास्थल पर पहुंचकर पीड़ित परिवार के सदस्यों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है और किसी भी तरह से दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि राज्य की जनता की सुरक्षा की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है और कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने का अधिकार किसी को नहीं है और न ही सरकार इसमें कोताही बरतेगी.
मामले में अभी कुछ भी कहा नहीं जा सकता
गुलीकेरा गांव से पीड़ित परिवार के सदस्यों से मुलाकात कर वापस लौटने के क्रम में लोढाई में बने हेलीपैड पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पत्रकारों के सवाल पर बताया कि घटना का संबंध पत्थलगड़ी से है या नहीं इस पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा की जांच चल रही है. जांच के उपरांत सच सामने आएगा की घटना पत्थलगड़ी से प्रेरित है या कुछ और है. उन्होंने यह भी कहा कि सभी दलों को मानवीय संवेदना के साथ इस घटना को देखना चाहिए न की इस पर राजनीति की जानी चाहिए. बल्कि घटना के पर्दाफाश में सरकार को मदद करें. वहीं पत्थलगड़ी के संवैधानिक मान्यता के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पत्थलगड़ी को कुछ लोग गलत तरीके से विश्लेषण कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने दिया आश्वासन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गुलीकेरा गांव पहुंचकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने घटना पर अफसोस जताया. वहीं मृतकों के आश्रितों से मिलकर उनकी तकलीफों को जानने का प्रयास किया. उन्होंने इस घटनाक्रम की साजिश करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का भी पुलिस प्रशासन को निर्देश दिया. मृतक के विधवाओं को नई व्यवस्था के तहत विधवा पेंशन तथा अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ अभिलंब दिलाने का मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया.