चाईबासा:झारखंड में कोरोना महामारी के कारण राज्य में लॉकडाउन लागू है. साथ ही प्रशासन उसका कड़ाई से पालन कराने के लिए प्रशासन ऐड़ी चोटी का जोर लगा रही है. इसका उल्लंघन करने वालों पर सख्ती की जा रही है. लॉकडाउन के 21 दिनों में जिले में कुल 32 एफआईआर दर्ज हुए हैं.
वहीं, लॉकडाउन के उल्लंघन से संबंधित कुल 32 प्राथमिकी में से 171 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया और उनके खिलाफ अभियोजन चलाया जाएगा. मेडिकल टीम के साथ दुर्व्यवहार करने वालों की गिरफ्तारी की भी गई है.
बता दें कि नर्स और मेडिकल की टीम के साथ चक्रधरपुर में एक परिवार के कुछ व्यक्तियों के जरिए जो आपराधिक कृत्य और दुर्व्यवहार किया गया था उस मामले में भी दो की गिरफ्तारी हुई हैं और उनको भी जेल भेजा जा रहा है.
21 दिनों के लॉकडाउन में 321 गाड़ियां जब्त की गई हैं. पश्चिम सिंहभूम जिले के पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत महथा ने कहा कि सोशल मीडिया के दुरुपयोग को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियम पूरे देश के साथ-साथ इस जिले में भी लागू है.
इसका पूरी तरह से अनुपालन किया जाएगा. सोशल मीडिया में भड़काऊ संदेश पोस्ट करने के आरोप में दो पर एफआईआर दर्ज की गई है और दोनों को जेल भेज दिया गया है. इनमें से एक मामला सदर थाना से और दूसरा चक्रधरपुर थाना से संबंधित था.
ये भी पढ़ें- झारखंड में कोरोना से 2 की मौत, 27 मरीज, देश भर में अब तक 353 लोगों की गई जान
पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत माहथा ने कहा कि कुछ लोग ट्विटर के माध्यम से प्रशासन की वैध कार्रवाइयों को भी ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रहे हैं. इस तरह के मामले संज्ञान में आए तो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा.
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के मामले में जो आवश्यक वस्तुएं और सेवाएं हैं, निश्चित रूप से उनको सुगम बनाए रखने में पुलिस अहम भूमिका निभाएगी, लेकिन सोशल मीडिया के दुरुपयोग को किसी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
लॉकडाउन के उल्लंघन के मामलों पर कड़ी नजर रखते हुए उनको अभियोजित किया जाएगा. पुलिस अधीक्षक ने अपील करते हुए कहा कि आप राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत लॉकडाउन की अवधि का पुनः समर्थन और स्वागत करेंगे और पुलिस-प्रशासन का पूरी तरह से सहयोग करेंगे.