बोकारो: चंदनकियारी के कलाकार अजय शंकर महतो ने सैंड आर्ट के जरिए धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 120वीं शहादत दिवस पर बालू से आकृति बनाकर उनको श्रद्धांजलि दी. शीलफोर गांव स्थित दामोदर नदी के किनारे सैंड आर्ट के जरिए भव्य आकृति बनाकर उन्हें याद किया.
सैंड आर्ट के जरिए धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि - धरती आबा बिरसा मुंडा
बोकारो में सैंड आर्ट के जरिए भगवान बिरसा मुंडा की 120वीं शहादत दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई. कलाकार अजय शंकर महतो के बनाए इस आकृति को देखने के लिए नदी किनारे लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी.
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सैंड आर्ट के जरिए भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि
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इस सुंदर रंगीन रेत से बने आकृति को देखने के लिए नदी किनारे लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. कलाकार अजय शंकर महतो का कहना है कि भगवान बिरसा की इच्छाशक्ति और साहस का अंदाजा हम इस बात से लगा सकते हैं कि मात्र 19 वर्ष की आयु में उन्होंने उलगुलान (आंदोलन) शुरू कर किया था. ऐसे महापुरुष को शत शत नमन.