बोकारो: 16 मई को यूपी के औरैया में सड़क दुर्घटना में चास प्रखंड के गोपालपुर पंचायत में 13 लोगों की मौत हो गई थी. ये सभी वहां मेहनत मजदूरी का काम करने गए थे. देश में लॉकडाउन होने के बाद ये सभी लोग अपने घर वापस लौट रहे थे. इसी दौरान सड़क हादसे में उनकी मौत हो गई थी. जिस पर उत्तर प्रदेश सरकार और झारखंड सरकार ने दुख जताते हुए मुआवजे की घोषणा की थी. यूपी सरकार ने तो अपना वादा पूरा कर दिया लेकिन झारखंड सरकार की घोषणाएं अब तक अधूरी है. हालांकि जिले के उपायुक्त ने सराकार के वादे के अनुरूप सोमवार तक पीड़त परिवार को मदद पहुंचाने की बात कही है.
यूपी सरकार ने पूरा किया वादा
बात दें कि हादसे के बाद जिस दिन मजदूरों का शव उनके गांव पहुंचा था. जिसके बाद गांव में मानो सरकार खुद पहुंच गई है, गाड़ियों का तांता लगा रहा और आला अधिकारियों के साथ-साथ जिले के जनप्रतिनिधियों का भी जमावड़ा रहा. लेकिन जैसे-जैसे दिन बीतता गया वैसे-वैसे उसे लोग इस घटना को भूलते गए. अगर हम बात करें यूपी सरकार की तो यूपी सरकार ने मुआवजे के तौर पर दो-दो लाख देने की घोषणा की थी. जिससे यूपी सरकार ने तीन दिनों के अंदर मृतकों के परिजनों को दे दिया. वहीं झारखंड सरकार के मुखिया हेमंत सोरेन ने भी इस घटना में हुई मजदूरों के मौत के बाद परिजनों को यह आश्वासन दिया गया था कि मृतकों के परिवार को चार-चार लाख और घायलों को 50 हजार का मुआवजे दिया जाएगा. इसके साथ ही मृतक की पत्नी को विधवा पेंशन, आवास योजना और अन्य सरकारी योजना का भी लाभ दिया जाएगा.