बोकारोः मकर संक्रांति में तिल से बने हुए सामानों को खाने की परंपरा सबसे अधिक है, तिलकुट मकर संक्रांति के दिन लोग खाते हैं. इसको लेकर बोकारो के बाजार में तिलकुट की कई दुकानें हैं. विभिन्न किस्म का तिलकुट लोगों के लिए बनाया गया है. जिसे गया, जहानाबाद से आए कारीगरों ने तैयार कर दिया है. जिसकी लोगों में काफी डिमांड है.
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बोकारो में गया और जहानाबाद के कारीगरों का बनाया तिलकुट लोग अधिक पसंद करते हैं. यही कारण है कि 2 महीने पूर्व से यहां आए कारीगरों ने तिलकुट की कई वैरायटी बनाकर तैयार कर दी है. बाजार में इसकी बिक्री भी काफी हो रही है. ग्राहकों में गुड़ के तिलकुट की डिमांड सबसे ज्यादा है. अगर चीनी और गुड़ के बने तिलकुट के बिक्री की बात करें तो 75 फीसदी लोग गुड़ से बने तिलकुट को पसंद कर रहे हैं, जबकि 25% लोग चीनी से बने तिलकुट पसंद कर रहे हैं.
ग्राहक से लेकर दुकानदार भी इस बात की पुष्टि करते हैं कि लोग अब गुड़ से बने तिलकुट को खाना अधिक पसंद कर रहे हैं. कारण यह है कि लोग शुगर और पेट की बीमारी से ग्रसित रहते हैं. ऐसे में गुड़ से बने तिलकुट उनके लिए लाभदायक हो रहे हैं. कोरोना संक्रमण के कारण बाजार में रौनक जरूर कम है लेकिन दुकानदारों का कहना है कि लोग खरीदारी में पीछे नहीं हैं. महंगाई होने के कारण तिलकुट का रेट बढ़ चुका है. वर्तमान समय में बाजार में 40 से लेकर 240 रुपये किलो तक के तिलकुट बिक रहे हैं.
दुकान में खरीदारी करने आए महिला और पुरुष ग्राहक ने बताया कि मकर संक्रांति के दिन तिलकुट खाने का इंतजार साल भर करते हैं. आज यहां खरीदारी करने आए हैं लेकिन हम लोगों की पहली पसंद गुड़ का तिलकुट है, क्योंकि स्वास्थ्य के लिए गुड़ खाना लाभदायक है. महंगाई जरूर है लेकिन इसमें दुकानदारों की कोई गलती नहीं है.