रांची: बेरमो विधानसभा सीट झारखंड के मध्य क्षेत्र का हिस्सा है. इसकी 36 फीसदी आबादी ग्रामीण है और शेष 64 फीसदी आबादी शहरी है. इस विधानसभा सीट में 13.79 फीसदी अनुसूचित जाति (SC) और 15.80 फीसदी अनुसूचित जनजाति (ST) की आबादी है. बोकारो जिले का सामुदायिक प्रखंड और तहसील मुख्यालय होने के चलते यह इलाका राजनीतिक गतिविधियों से भरा रहता है. झारखंड के बड़े कोयला उत्पादक क्षेत्रों में शुमार इस इलाके का बड़ा हिस्सा पर्वतीय और वन्य है.
झारखंड की 81 विधानसभा सीटों में बेरमो भी शामिल है. गिरिडीह लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में आने वाली यह सीट 1957 से अस्तित्व में है तब यह इलाका बिहार राज्य के हिस्से में आता था. उस समय इस सीट को कांग्रेस का गढ़ कहा जाता था. 2000 में बिहार से अलग होकर बने नए राज्य झारखंड में इस सीट को शामिल कर दिया गया. 2005 के चुनाव में यहां से भाजपा के योगेश्वर महतो ने जीत हासिल की और वह झारखंड विधानसभा में यहां के पहले प्रतिनिधि के रूप में पहुंचे.
बेरमो विधानसभा में कुल मतदाता 3 लाख 12 हजार 212 हैं. इसमें पुरुष मतदाता 1 लाख 64 हजार 194 और महिला मतदाता 1 लाख 48 हजार 17 है. वहीं, नए मतदाता में पुरुष की संख्या 4056 और महिला की संख्या 3702 है. उपचुनाव में 468 बूथों पर मतदाता अपना वोट डाल सकेंगे. वहीं, चुनाव को लेकर क्लस्टर की संख्या एक और सेक्टर 51 हैं. इस विधानसभा क्षेत्र में कुल 09 थाना क्षेत्र आते हैं, जो क्रमशः बेरमो थाना, गांधीनगर, बोकारो थर्मल, चंद्रपुरा, बोकारो, झरिया ओपी, पेटरवार, तेनुघाट ओपी और जरीडीह थाना है. बेरमो विधानसभा क्षेत्र का अधिकांश भाग नक्सल प्रभावित क्षेत्र में पड़ता है. कुल 468 बूथों में 100 बूथ अतिसंवेदनशील बूथों की श्रेणी में आते हैं. वहीं, 255 संवेदनशील और 113 साधरण बूथों की श्रेणी में है, जिसको लेकर पुलिस और पारा मिलिट्री फोर्स पैनी नजर रखे हुए हैं.
बेरमो विधानसभा क्षेत्र 35
- कुल वोटर 3,12,212
- पुरुष मतदाता 1,64,194
- महिला मतदाता 1,48,017
- नए पुरुष मतदाता 4,056
- नई महिला मतदाता 3,702
विधानसभा चुनाव 2009
झारखंड विधानसभा चुनाव 2009 में इस सीट पर कांग्रेस के राजेंद्र प्रसाद सिंह और बीजेपी के योगेश्वर महतो के बीच मुकाबला था. इस चुनाव में राजेंद्र प्रसाद सिंह ने 6611 वोटों से योगेश्वर महतो को हराया था.