बोकारो: चंदनकियारी पूर्वी पंचायत के हुचुकडीह गांव में झारखंड सरकार के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो एक निजी कार्यक्रम में पहुंचे. जहां उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि झारखंड के वर्तमान सरकार की कार्य रफ्तार से चल रही थी, पर इस वैश्विक महामारी कोरोना के कारण ब्रेक लग गया.
झारखंड और झारखंडियों के हित में कार्य
जगरनाथ महतो ने कहा कि यह सरकार झारखंड और झारखंडियों के हितों में कार्य कर रही है. पूर्व की सरकार बाहर के लोगों को बुला-बुलाकर नौकरी दे रही थी, लेकिन इस सरकार में ऐसा नहीं चलेगा. यहां स्थनीय नीति हर हाल में झारखंडियों की पक्ष में 1932 के खतियान के आधार पर ही बनेगा. चूंकि कोई भी कानून बनने के बाद उसे तोड़ने में थोड़ा समय लगेगा.
शिक्षा मंत्री को मांग पत्र सौंपते कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष 'पूर्व की सरकार ने झारखंडियों की भावना को दरकिनार कर स्थानीय नीति बनाई'
उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकार ने झारखंडियों की भावना को दरकिनार करते हुए स्थानीय नीति बनाई है, जो यहां के मूलवासी आदिवासी कभी स्वीकार नहीं करेंगे. जगरनाथ महतो ने कहा कि सरकार ने दो माह स्कूलों की फीस माफी के लिए समझौता किया है, जो स्कूल ऑनलाइन क्लास कराते हैं, वही स्कूल को ट्यूशन फीस लेने का अधिकार है. ऑनलाइन पढ़ाई के नाम पर फीस वसूलने वाले स्कूलों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
पांच सूत्री मांग पत्र सौंपा गया
बता दें कि मौके पर कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष ने चंदनकियारी के विभिन्न समस्याओं से संबंधित एक पांच सूत्री मांग पत्र भी मंत्री को सौंपा. इस दौरान सूचना पाकर चंदनकियारी बीडीओ वेदवंती कुमारी भी मौके पर पहुंची. बीडीओ को मंत्री ने क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा समय देने को कहा.