बोकारो: हत्या के एक मामले में जिला अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम रंजीत कुमार की अदालत ने मंगलवार को हत्यारे देवर भाभी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई. इसके अलावा उन पर दस हजार का जुर्माना भी लगाया है.
आरोपी महिला के पति बुलु रवानी को हत्या का साक्ष्य छुपाने के आरोप में तीन साल की सजा और दस हजार का जुर्माना लगाया है. घटना 9 अगस्त 2017 चंदनक्यारी थाना क्षेत्र का है. बताया जा रहा है कि आरटीआई एक्टिविस्ट सुधीर रवानी का गांव की महिला बालिका रवानी के साथ एक तरफा प्रेम प्रसंग था. इसे लेकर वह कई बार महिला को अपने दिल की बात कहता था.
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इस बात की जानकारी महिला ने अपने देवर लखी रवानी को बतायी. महिला बालिका रवानी और देवर लखी रवानी ने सुधीर रवानी को सबक सिखाने को लेकर उसे एक दिन घर बुलाया. महिला पति के चले जाने की बात कहते हुए सुधीर को घर बुलाया और फिर महिला और उसके देवर ने घर में सुधीर की हत्या कर दी.
जब पति काम से घर आया तो घटना की जानकारी हुई और फिर तीनों ने साक्ष्य को छुपाने के लिए शव को नदी में फेक दिया. मामले में सुधीर के पिता ने चंदनक्यारी थाना में दस लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी. पुलिस की जांच में तीनों आरोपियो को गिरफ्तार किया और मामले में हुए अनुसंधान में हत्या की बात सामने आयी.