बोकारो: एलपीजी बॉटलिंग प्लांट और पीओएल टर्मिनल का रविवार को शिलान्यास मुख्यमंत्री रघुवर दास और केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने किया. पुस्तकालय मैदान में आयोजित कार्यक्रम में झारखंड के मुख्यमंत्री और केंद्रीय इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रिमोट दबाकर दोनों परियोजनाओं का शिलान्यास किया.
लगभग 4 सौ करोड़ की दोनों परियोजनाओं के शिलान्यास कार्यक्रम में चतरा के सांसद सुनील सिंह, धनबाद के सांसद पशुपति नाथ सिंह, गिरिडीह के सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी पुरुलिया के सांसद जोतिर्मय सिंह महतो, बेरमो विधायक योगेश्वर महतो बाटुल बोकारो के विधायक बिरंची नारायण मौजूद रहे. इस परियोजना से बोकारो के विकास को एक नया आयाम मिलेगा और औद्योगिक नगरी के रूप में बोकारो का विकास होगा. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा जिस तरह 70 साल की पीड़ा धारा 370 को मोदी सरकार ने खत्म कर एक ऐतिहासिक निर्णय लिया. उसी प्रकार वह इस्पात मंत्रालय का जिम्मेदारी की शुरुआत पूर्वोत्तर भारत से कर रहे हैं. उन्होंने कहा वे तीन दिनों के झारखंड दौरे पर हैं. इन तीन दिनों में यहां के लोगों की खुशहाली की योजना मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के सामने रखने आए हैं. उन्होंने कहा कि झारखंड ने जिस तरह से उज्जवला योजना की शुरुआती रूपरेखा दी थी. उसी प्रकार इसमें एक और नया अध्याय जुड़ने वाला है.
धरमेंद्र प्रधान ने कहा कि भारत पेट्रोलियम का यह प्रयास बेहद सराहनीय है, इस नए संयंत्र से 250 ट्रकों में रोजाना परिचालन कर गैस उपलब्ध कराया जाएगा. इससे नए अवसर पैदा होंगे और लगभग 100 करोड़ की लागत से बनने वाले एलपीजी बॉटलिंग प्लांट भी नए रोजगार के अवसर पैदा करेगा, इसके साथ ही उन्होंने गेल के जरिए घर-घर गैस पाइपलाइन के जरिए पहुंचाने की योजना का जिक्र करते हुए कहा कि 10,000 करोड़ की योजना भी प्रगति पर है. 2030 तक देश में 30 मिलियन उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है. जिसमें झारखंड की सहभागिता और बड़ी होगी. जिस तरह जमशेदपुर स्टील प्लांट के लिए जाना जाता है उसी तरह बोकारो भी अपने उद्योग के लिए पूरे देश में जाना जाएगा.