बोकारो: झारखंड विधानसभा चुनाव की रणभेरी भले ही अभी नहीं बची हो लेकिन चुनावी विसात सज चुकी है. चुनाव की तारीख के ऐलान से पहले ही राजनीतिक योद्धा मैदान में हैं. हर दल जनता के पास पहले पहुंचकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने में लगी है. ऐसे में झारखंड में एक दशक से भी ज्यादा समय से भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी आजसू ने भी ताल ठोक दिया है.
जयंती के बहाने ने आजसू ने दिखाई ताकत
बोकारो में आजसू ने विधानसभा चुनाव के मद्देनजर तैयारी शुरू कर दी है. बिनोद बिहारी के जयंती के मौके पर जहां बोकारो के कसमार और चंदनकियारी में भारी भीड़ को एकजुट कर आने वाले समय में पार्टी विरोधियों को जहां ललकार रही है वहीं अपने सहयोगी दल को भी अपनी ताकत दिखाने का काम कर रही है. जिस तरह से विनोद बिहारी महतो के जयंती पर सुदेश महतो ने वोट को साधने के लिए अपनी ताकत दिखाई उससे विरोधियों के पसीने छूटने लाजमी है.
3 एम समीकरण को साधने में जुटी आजसू पार्टी
आजसू विधानसभा चुनाव में ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने की कोशिश कर रही है, यही वजह है कि वह महतो वोट को अपने पाले में लाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. जहां झारखंड में जेएमएम कभी 3 एम को अपना वोट समझती थी 3 एम से तात्पर्य मांझी, महतो और मुस्लिम है. अब आजसू जेएमएम के इस 3 एम समीकरण को तोड़ने में कामयाब दिख रहा है. लोकसभा चुनाव में गिरिडीह में मिली विशाल जीत तो यही बताती है. बोकारो के हिसीम केदला में आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने स्वर्गीय बिनोद बिहारी महतो की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया.