जमशेदपुर: पूर्वी सिंहभूम जिले में बहाल हुए नए दरोगा को स्थाई पोस्टिंग देने से पहले कानून संबंधी जानकारियों के लिए और पुलिसिंग व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने के लिए विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया. कोल्हान डीआईजी ने कहा कि समय के साथ-साथ अपराध का स्वरूप भी बदल रहा है. वर्तमान में साइबर अपराध एक बड़ी चुनौती है. इससे निपटने के लिए कानून संबंधी संपूर्ण जानकारी का होना जरूरी है, जिसके लिए विशेष ट्रेनिंग के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया है.
बिष्टुपुर स्थित लोयला ऑडिटोरियम में जिला पुलिस ने 200 नए सब इंस्पेक्टरों को क्रिमिनल लॉ एंड इन्वेस्टिगेशन पर आधारित कार्यशाला में कानून संबंधित कई जानकारियां दी गई है और पुलिसिंग व्यवस्था में हुए बदलाव के बारे में यह बताया गया कि वर्तमान में अपराध का स्वरूप बदल गया है. साइबर अपराध एक बड़ी चुनौती है, कार्यशाला में भारतीय दंड संहिता के अंतर्गत अपराधों का अनुसंधान, एनडीपीएस एक्ट, पोस्को एक्ट, भारतीय साक्ष्य अधिनियम, फॉरेंसिक एंड मेडिको लीगल के अलावा साइबर क्राइम से निपटने के लिए तकनीकी जानकारी दी गई है.
कार्यशाला में कोल्हान डीआईजी राजीव रंजन के अलावा पूर्वी सिंहभूम जिले के वरीय पुलिस अधीक्षक डॉ एम तमिलवानन, सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट, जमशेदपुर न्यायालय के लोक अभियोजक सुशील कुमार जायसवाल, एमजीएम कॉलेज के डॉक्टर विभाकर कुमार के अलावा सीआईएसफ के कमांडेंट हरिओम गांधी ने प्रशिक्षु दरोगा को कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी हैं.