रांची: राजधानी के मूरी इलाके में मंगलवार को कास्टिक तालाब धंसने के बाद वहां हुई सियासत का अजीब चेहरा नजर आया. एक तरफ घटनास्थल पर जन प्रतिनिधियों का जमावड़ा देखने को मिला तो वहीं, दूसरी तरफ एक जन प्रतिनिधि ऐसे भी थे जो जरा से आंधी उठते ही सिर पर गमछा बांधकर खेतों के रास्ते सरक लिए.
मूरी में जरा सी आंधी क्या उठी, लोगों से मिलने गए सुदेश महतो खेत के रास्ते निकल लिए - झारखंड न्यूज
रांची में मंगलवार को कास्टिक तालाब धंसने के बाद वहां हुई सियासत का अजीब चेहरा नजर आया. एक तरफ घटनास्थल पर जन प्रतिनिधियों का जमावड़ा देखने को मिला तो वहीं, दूसरी तरफ एक जन प्रतिनिधि ऐसे भी थे जो जरा से आंधी उठते ही सिर पर गमछा बांधकर खेतों के रास्ते सरक लिए.
![मूरी में जरा सी आंधी क्या उठी, लोगों से मिलने गए सुदेश महतो खेत के रास्ते निकल लिए](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/images/768-512-2957888-thumbnail-3x2-grgkld.jpg)
दरअसल, मंगलवार की दोपहर मूरी इलाके में स्थित हिंडाल्को प्लांट के पास रेड मड प्लांट धंस गया. घटना की सूचना मिलते ही सिल्ली के पूर्व विधायक अमित महतो और झामुमो महिला मोर्चा की अध्यक्ष महुआ मांझी वहां पहुंचे. उनके अलावा सिल्ली के पूर्व विधायक और आजसू पार्टी के सुप्रीमो सुदेश महतो भी घटनास्थल पहुंचे.
हालांकि, मौके पर मौजूद जनप्रतिनिधियों ने वहां मौजूद लोगों को ढांढस बंधाया. साथ ही घटना की जांच की भी मांग की, लेकिन जैसे ही उस इलाके में हल्की आंधी क्या उठी वहां मौजूद लोगों में हल्की अफरा-तफरी मची. इसी बीच सुदेश महतो सिर पर लाल गमछा बांध कर खेत के रास्ते वहां से निकल लिए. हैरत की बात यह है कि महतो जिस रास्ते से आये थे. उन्होंने उस तरफ पलटकर देखा तक नहीं. महतो के साथ-साथ उनके पीछे उनके सुरक्षाकर्मी भी तेज कदम से निकल गए.