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लातेहार: तीन दिनों की हड़ताल के बाद काम पर लौटे मनरेगा कर्मी, सरकार ने दिया आश्वासन - मनरेगा कर्मियों का सांकेतिक हड़ताल खत्म

लातेहार जिले में 3 दिनों की सांकेतिक हड़ताल पर चल रहे झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारियों ने गुरुवार को हड़ताल खत्म कर दिया है. मनरेगा कर्मचारियों की सांत सूत्री मांगों पर सरकार ने जल्द ही विचार करने का आश्वासन दिया है.

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मनरेगा कर्मियों का सांकेतिक हड़ताल

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Published : Jul 2, 2020, 3:58 PM IST

लातेहार: राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ के आह्वान पर 3 दिन की सांकेतिक हड़ताल करने के बाद गुरुवार को फिर से मनरेगा कर्मी अपने काम पर वापस लौट आए हैं. मनरेगा कर्मियों ने प्रखंड मुख्यालय में प्रखंड विकास पदाधिकारी से मुलाकात कर संयुक्त रूप से आवेदन देते हुए काम में वापसी करने की जानकारी दी.


काम पर लौटे मनरेगा कर्मचारी
सभी मनरेगा कर्मियों को मनरेगा योजनाओं में तेजी लाने का निर्देश दिया गया. संघ के आह्वान पर वापस लौटे मनरेगा कर्मियों ने बताया कि सरकार ने उनकी मांग है कि 11 वर्षों से चल रहे सामान्य काम के बदले सामान्य वेतन दिया जाए, 10 साल से अधिक सेवा दे चुके कर्मियों की सेवा स्थाई किया जाए, ड्यूटी के दौरान मरने वाले मनरेगा कर्मियों के परिवार के आश्रितों को नौकरी दिया जाए, गलत तरीके से दंडात्मक कार्रवाई करते हुए हटाए गए मनरेगा कर्मियों को फिर से बहाल किया जाए.

इसे भी पढ़ें-लातेहार: 3 दिनों की सांकेतिक हड़ताल पर झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी, सौंपा मांग पत्र


मनरेगा कर्मियों की 7 सूत्री मांगों को पूरा करने का आश्वासन
सात सूत्री मांगों पर सरकार ने जल्द ही विचार करने का आश्वासन मिला है, जिसके बाद राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ के प्रदेश कमेटी की तरफ से प्राप्त निर्देश के बाद पूरे राज्य के मनरेगा कर्मी अपने काम पर वापस लौट रहे हैं. मनरेगा कर्मियों के काम पर लौटने के बाद मनरेगा की योजनाओं में तेजी लाने को लेकर बरवाडीह मनरेगा संघ के साथ प्रखंड विकास पदाधिकारी दिनेश कुमार ने बैठक कर दिशा निर्देश भी दिया.


सोमवार सेसांकेतिक हड़ताल था जारी
बता दें झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ के आह्वान पर 11 वर्षों से चली आ रही लंबित मांगों को लेकर सोमवार से 3 दिनों की सांकेतिक हड़ताल पर थे. जहां मनरेगा कर्मी हड़ताल पर जाने के पूर्व सभी जिला मुख्यालय के साथ प्रखंड मुख्यालयों में जिला उपायुक्त और प्रखंड विकास पदाधिकारी के नाम से मांग पत्र सौंपा था, साथ ही सरकार की ओर अपनी मांगों पर ध्यान आकर्षित कराने का काम किया था.

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