साहिबगंज: महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा अनगिनत कार्य किए जा रहे हैं. इस बार महिलाओं को स्थाई रूप से सिलाई केंद्र से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया गया है. महिला स्कूल और आंगनबाड़ी बच्चों का ड्रेस सिलाई कर जिला प्रशासन को पूर्ति करेंगी. जिला प्रशासन सभी स्कूलों में इनके द्वारा बनाए गए ड्रेस का वितरण कराएगा.
जिला प्रशासन की अनोखी पहल, सिलाई कौशल केंद्र से महिला बन रही हैं आत्मनिर्भर
साहिबगंज में महिलाओं के लिए रोजगार पाने का एक बड़ा कदम जिला प्रशासन द्वारा किया गया है. महिलाओं के लिए स्नेह डोर सिलाई कौशल केंद्र का शुभारंभ किया गया. उपायुक्त संदीप सिंह ने कहा कि प्रथम चरण में 50 महिला को स्नेह डोर सिलाई कौशल केंद्र से जोड़ा गया है. महिला शुरुआती दौर में आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों का ड्रेस सिलाई करेंगी और संतुष्टि पाए जाने पर इनका कार्यक्षेत्र बढ़ाया जाएगा.
महिलाओं के लिए रोजगार पाने का एक बड़ा कदम जिला प्रशासन द्वारा किया गया है. महिलाओं के लिए स्नेह डोर सिलाई कौशल केंद्र का शुभारंभ किया गया. उपायुक्त संदीप सिंह ने कहा कि प्रथम चरण में 50 महिला को स्नेह डोर सिलाई कौशल केंद्र से जोड़ा गया है. महिला शुरुआती दौर में आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों का ड्रेस सिलाई करेंगी और संतुष्टि पाए जाने पर इनका कार्यक्षेत्र बढ़ाया जाएगा.
स्नेह डोर सिलाई कौशल केंद से जुड़ी महिला का कहना है कि यहां पर काम मिलने से काफी खुश हैं. ऐसा लगता है कि अब अपने बच्चों और परिवार को बेहतर तरीके से देख रेख कर सकते हैं. अपने बच्चों को अच्छे स्कूल में पढ़ा सकते हैं. उप विकास आयुक्त ने कहा कि स्नेह डोर सिलाई केंद्र खुलने से दो सौ से अधिक महिला को इससे जोड़ा जाएगा. चार चरण में 250 महिला को जोड़ा जाएगा. सिलाई मशीन DMFT और आकांक्षी जिला घोषित किए जाने के फंस से खरीदा गया है.