साहिबगंज: इन दिनों भीषण गर्मी से लोग जूझ रहे हैं. जिले में तापमान 41 डिग्री पार कर चुका है. लोग तपती धूप और लू से बचने के लिए तरह-तरह के उपाय में जुटे हुए है, लेकिन किसान इस तपती धूप में भी अपने खेतों में लगे फसल को निहार रहे हैं कि अब क्या होगा इस गर्मी में फसल सुख जाएंगे.
झारखंड में भीषण गर्मी से फसल बर्बाद, किसानों में छायी मयूसी - फसल खराब
साहिबगंज के किसान इस भीषण गर्मी से मायूस हो रहे हैं. बजह यह है कि खेत की मिट्टी की उर्वरक शक्ति खत्म हो रही है. जिससे शिशु अवस्था में लगा पौधा जलकर मर रहा है. किसानों का कहना है कि इस तपती धूप से मकई, बाजरा, पटुवा को नुकसान पहुंच रहा है. जमीन के अंदर से पौधा ऊपर नहीं निकल रहा है.
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साहिबगंज के किसान इस भीषण गर्मी से मायूस हो रहे हैं. बजह यह है कि खेत की मिट्टी की उर्वरक शक्ति खत्म हो रही है. जिससे शिशु अवस्था में लगा पौधा जलकर मर रहा है. किसानों का कहना है कि इस तपती धूप से मकई, बाजरा, पटुवा को नुकसान पहुंच रहा है. जमीन के अंदर से पौधा ऊपर नहीं निकल रहा है.
किसानों का कहना है कि सिचाईं का दूसरा साधन नहीं है. खेत में लगा मेहनत और पूंजी को नुकसान पहुंच जाएगा. यदि यही स्थिति रही तो दियरा का सारा खेत जुताई के बाबजूद भी परती रह जाएगा. दूसरी तरफ कृषि विज्ञान केंद्र के पदाधिकारी का कहना है कि फोनी तूफान से जो बारिश हुई है उससे खेत में नमी बरकरार है, लेकिन जिस तरह से तापमान में इजाफा हुआ है इससे फसल पर असर पड़ सकता है.