गुमला: भीषण गर्मी की मार जंगल में रहने वाले वन्य प्राणियों पर पड़ रही है. पानी की तलाश में जानवर जंगल छोड़कर इधर-उधर भटक रहे हैं. हालत यह है कि कई बार जंगली जानवर प्यास बुझाने के लिए गांव में भी पहुंच जा रहे हैं. इसको लेकर वन विभाग ने एक योजना तैयार की है. जिसमें वन्य जीवों को पानी की खोज में जंगल से नहीं निकलना पड़ेगा.
गुमलाः वन विभाग का मास्टर प्लान, पानी के लिए इधर-उधर नहीं भटकेंगे जंगली जानवर - जंगली जानवर
गुमला में भीषण गर्मी की मार जंगल में रहने वाले वन्य प्राणियों पर पड़ रही है. पानी की तलाश में जानवर जंगल छोड़कर इधर-उधर भटक रहे हैं. इसके लिए वन विभाग की ओर से जगलों में बहने वाली नदी-नालों में जगह-जगह छोटे-छोटे डोभा और अस्थाई मिट्टी का चेक डैम बनाने का निर्णय लिया गया है. इसके लिए वन विभाग ने एक प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेजा है.
दरअसल, वन विभाग की ओर से जगलों में बहने वाली नदी-नालों में जगह-जगह छोटे-छोटे डोभा और अस्थाई मिट्टी का चेक डैम बनाने का निर्णय लिया गया है. इसके लिए वन विभाग ने एक प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेजा है. इस प्रस्ताव में गुमला जिला के भरनो प्रखंड के मारासिली, डुमरी प्रखंड क्षेत्र के कारालोया में सौ-सौ डोभा निर्माण कराये जाएंगे. इसके साथ ही जंगल से सटे सदर प्रखंड के तेलगांव, सरगांव, लोनड्रा और डुमरी प्रखंड के भटौली, बसिया प्रखंड क्षेत्र के बोंडेकेरा, ओकबा गांव में अस्थाई मिट्टी का चेक डैम निर्माण कार्य कराया जाएगा.
वन विभाग द्वारा प्रस्तावित डोभा और अस्थाई चेकडैम के बन जाने से जंगलों में रहने वाले जंगली जानवरों को पानी के लिए भटकना नहीं पड़ेगा. वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि गुमला जिले में पड़ रही भीषण गर्मी को देखते हुए विभाग ने जंगलों में बहने वाली नदी और नालों में छोटे-छोटे डोभा और चेक डैम निर्माण कराने का निर्णय लिया है. इसके बन जाने से वन्यजीवों को काफी सहूलियत होगी.