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रांची के निजी अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए बढ़ेंगे बेड, डीसी के निर्देश पर जताई गई सहमति

रांची में सोमवार को उपायुक्त छवि रंजन ने शहर के निजी अस्पताल के संचालकों और प्रतिनिधियों के साथ कलेक्ट्रेट में बैठक की. जहां कोरोना संक्रमण के बढ़ रहे मामलों को देखते हुए अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ाएं जाने की बात कही है. साथ ही एसिंप्टोमेटिक मरीजों के इलाज की व्यवस्था होटलों में करने की तैयारी पर चर्चा की गई.

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निजी अस्पताल संचालक

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Published : Jul 20, 2020, 9:32 PM IST

रांची: जिले के डीसी छवि रंजन ने शहर के निजी अस्पताल संचालकों और प्रतिनिधियों के साथ सोमवार को कलेक्ट्रेट में बैठक की, जिसमें सभी निजी अस्पताल संचालक और प्रतिनिधियों से डीसी ने अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए उपलब्ध व्यवस्था पर चर्चा की. इस दौरान सभी से यह जानकारी ली गई कि अस्पताल में कितने बेड कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए उपलब्ध हैं.

कोरोना संक्रमण को देखते हुए बढ़ाएं बेड की संख्या
इस दौरान राज अस्पताल के प्रतिनिधि की तरफ से बताया गया कि अस्पताल में फिलहाल 20-25 बेड कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए उपलब्ध हैं. आर्किड अस्पताल में 15, जबकि गुरुनानक अस्पताल में 14 बेड की उपलब्धता के बारे में जानकारी दी गई. इस दौरान डीसी ने अस्पताल के संचालकों और प्रतिनिधियों से कहा कि कोरोना संक्रमण की रफ्तार को देखते हुए बेड की संख्या बढ़ाएं, जिस पर सभी ने अपनी सहमति जताई है.


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एसिंप्टोमेटिक मरीजों का इलाज
डीसी छवि रंजन ने कहा कि जिला प्रशासन आने वाले समय में एसिंप्टोमेटिक मरीजों की इलाज की व्यवस्था होटलों में करने की तैयारी में है, जिसमें अस्पतालों की तरफ से स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराई जाएगी. निजी अस्पतालों के संचालकों और प्रतिनिधियों को उन्होंने इससे संबंधित रूपरेखा तय करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि इसके लिए होटल संचालकों के साथ मिलकर एक उचित दर तय करें. उन्होंने कहा कि निजी अस्पताल इन होटलों में एसिंप्टोमेटिक मरीजों के लिए डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों का रूटीन चार्ट तैयार करेंगे. वहीं बैठक में डीडीसी अनन्य मित्तल ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में निजी अस्पताल भी अपनी जिम्मेदारी समझें और किसी भी मरीज के इलाज में कोताही न बरतें.

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