पलामू: एशिया प्रसिद्ध पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके में सीआरपीएफ कैंप से वन संपदा और वन्य जीवों का हो रहे नुकसान की जांच होगी. इस संबंध में पलामू टाइगर रिजर्व के डायरेक्टर ने सभी उपनिदेशक और रेंज ऑफिसर को पत्र लिख कर जांच रिपोर्ट देने को कहा है. पलामू टाइगर रिजर्व 1024 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है, पूरा इलाका अतिनक्सल प्रभावित है. यह इलाका माओवादियों के सुरक्षित मांद बूढ़ापहाड़ से सटा हुआ है. पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके में सीआरपीएफ के 09 कैंप हैं, जिससे नक्सल विरोधी अभियान का संचालन होता है.
पलामू टाइगर रिजर्व में CRPF से हो रहे नुकसान की होगी जांच, डायरेक्टर ने मांगी रिपोर्ट - Palamu Tiger Reserve news
पलामू टाइगर रिजर्व, सीआरपीएफ कैंप को लेकर चार बिंदुओं पर जांच करेगी. इस संबंध में पलामू टाइगर रिजर्व के डायरेक्टर ने सभी उपनिदेशक और रेंज ऑफिसर को पत्र लिख कर जांच रिपोर्ट देने को कहा है.
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कहां-कहां है सीआरपीएफ कैंप
पलामू टाइगर रिजर्व इलाके में 6 से अधिक सीआरपीएफ का कैंप हैं. जिससे पूरे इलाके में नक्सल विरोधी अभियान चलाया जाता है. नक्सल विरोधी अभियान के दौरान पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके में कई बार मुठभेड़ भी हुई है और कई विस्फोट भी हुए हैं. माओवादियों के लगाए लैंडमाइंस में वन्यजीव भी चपेट में आए है. लैंडमाइंस विस्फोट में कई हाथियों की भी मौत पहले हो चुकी है. पलामू टाइगर रिजर्व इलाके में मंडल, केड, मुर्गीडीह, मोरवाई, लाभर, मारोमार, करमडीह, बारेसाढ में सीआरपीएफ कैंप है.