अश्विनी कुमार का DGP से कुलपति का सफर
अश्विनी कुमार 2006 से लेकर 2008 तक हिमाचल के डीजीपी रहे. इसके साथ ही सीबीआई और एसपीजी में विभिन्न पदों पर रहे. अगस्त 2008 से नवंबर 2010 के बीच वह सीबीआई के निदेशक रहे. राजीव गांधी की सुरक्षा में भी अश्विनी कुमार तैनात थे. मार्च 2013 में उन्हें नगालैंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया था. रिटायरमेंट के बाद वह नागालैंड के राज्यपाल बनाए गए, जिस पर उस समय काफी विवाद भी हुआ था. हालांकि वर्ष 2014 में उन्होंने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया था. इसके बाद वह शिमला में एक निजी विश्वविद्यालय के वीसी भी रहे. उन्होंने कई विषयों में मास्टर डिग्री हासिल की थी.