अलविदा पंडित सुखराम: पंचतत्व में विलीन हुए राजनीति के चाणक्य, अंतिम यात्रा में उमड़े हजारों लोग - Pandit sukh ram passes away
संचार क्रांति के मसीहा और राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले पूर्व केंद्रीय संचार राज्य मंत्री पंडित सुखराम का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया है. वीरवार को हनुमानघाट स्थित शमशानघाट पर दिवंग्त पंडित सुखराम का पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. उनके बेटों और पोतों ने पार्थिव देह को मुखाग्नि दी. इससे पहले उनकी अंतिम यात्रा में जनसैलाब उमड़ पड़ा. पंडित सुखराम की पार्थिव देह (Funeral of Pandit Sukhram) को ऐतिहासिक सेरी मंच पर दर्शनों के लिए रखा गया जहां आम लोगों सहित (pandit sukhram antim darshan) देश भर के नेताओं ने आकर उन्हें अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए.आयुष और अर्पिता ने अपने दोनों बच्चों के साथ पंडित सुखराम को नमन कर अंतिम विदाई दी. इसके बाद पंडित सुखराम की पार्थिव देह को प्रशासन की तरफ से तिरंगा झंडा अर्पित किया गया. आयुष और आश्रय ने अपने दादा की अर्थी को कंधा दिया. सीएम जयराम ठाकुर भी श्रद्धांजलि देने यहां आए. मुख्यमंत्री ने कहा कि पंडित सुखराम ने देश और प्रदेश में जो संचार क्रांति लाई है उसे देश कभी नहीं भुला सकता. इस मौके पर पूर्व सीएम प्रो. प्रेम कुमार धूमल भी श्रद्धा सुमन अर्पित करने सेरी मंच पहुंचे. उन्होंने अनिल शर्मा और आश्रय शर्मा को ढांढस बंधाया. प्रो. धूमल ने कहा कि पंडित सुखराम वादे के पक्के थे.