सूखने की कगार पर आस्था की प्रतीक डल लेक, हर साल हो रहा रिसाव चिंताजनक - नड्डी गांव हिंदी न्यूज
धर्मशाला: धौलाधार की पहाड़ियों के नीचे बसा नड्डी गांव अपनी खूबसूरती के लिया जाना जाता है. वहीं, इस गांव के पास देवदारों के वृक्षों के बीच स्थित डल लेक इसकी सुंदरता को चार चांद लगाती है, लेकिन डल लेक की सुंदरता को नजर सी लग रही चुकी है. पिछले कई सालों से इस लेक के पानी का रिसाव हो रहा है और यह झील निंरतर सूखती जा रही है. डल झील को आस्था का प्रतीक भी माना जाता है. कहा जाता है की जो लोग मणिमहेश नहीं जा सकते वे डल लेक में स्नान कर सकते हैं और अपनी मन्नत को मांग सकते हैं. हर साल शिवरात्रि के दौरान यहां पर शाही स्नान का आयोजन किया जाता है. डल लेक की धार्मिक मान्यता भी है. अगर डल लेक सूख जाती है और इसका बचाव नहीं किया जा सका तो स्थानीय लोगों को भी दिक्कत हो जाएगी, क्योंकि पर्यटन जो है वो बिलकुल कम हो जायेगा.