शादियों के सीजन में बिजनेस का बजा 'बैंड', कोरोना रुला रहा 'खून' के आंसू
दिसंबर महीने से अप्रैल महीने तक अस्त की वजह से शादियों का शुभ मुहूर्त नहीं था, लेकिन 17 अप्रैल के बाद जैसे ही शादियों का सीजन शुरू हुआ कोरोना का साया एक बार फिर मंडराने लगा. हालात ऐसे हैं कि अधिकतर शादियों को यह तो स्थगित कर दिया गया है या फिर सीमित कर दिया गया है.