अद्भुत हिमाचल: जानिए पौड़ीवाला शिव मंदिर से लंकापति रावण का क्या है संबंध - story on paudiwala shiv temple
कहा यह भी जाता है कि शक्तिशाली होने के बावजूद लंकापति रावण अमरता चाहता था. घोर तपस्या के बाद भगवान शिव ने उसे अमर होने का राज बताया. इसके बाद रावण ने यहां चमत्कारी सीढ़ी बना दी. मगर फिर भी उसका सपना पूरा नहीं हो पाया. इस मंदिर का इतिहास पांवटा-कालाअंब नेशनल हाईवे के किनारे मंदिर जाने वाले रास्ते पर लगे बोर्ड पर भी दर्शाया गया है, ताकि यहां आने वाले लोगों को इसकी ऐतिहासिकता का पता चल सके.