लॉकडाउन बन गया वरदान, कइयों ने की नशे से तौबा
कुल्लू क्षेत्रीय अस्पताल में नशा निवारण केंद्र में भी नशा छोड़ने वाले युवक काफी संख्या में पहुंचे हैं. आपकों ये बात जानकर हैरानी होगी कि कर्फ्यू के दौरान जहां अस्पतालों में ओपीडी की संख्या काफी कम रही वहीं, सिर्फ एक ओपीडी ऐसी थी जहां रोजाना काफी संख्या में मरीज आते रहे. कुल्लू अस्पताल के नशा निवारण केंद्र में सिर्फ दो महीने में ही 30% से अधिक युवाओं की संख्या दर्ज की गई. जिसमें शराब, भांग, अफीम, नशीली दवाइयां लेने वाले युवक शामिल थे.
Last Updated : Jun 4, 2020, 10:42 AM IST