सीमांत जिला होने के कारण सोलन में बेसहारा पशुओं की संख्या बढ़ी, सीमाओं पर सख्ती बढ़ाने का प्लान तैयार
सोलन जिले में सड़कों पर बेसहारा घूम रहे पशुओं ने लोगों की परेशानी बढ़ा (Destitute Animals Problem In Himachal) दी है. एक जहां ओर बेसहारा पशु सड़क दुर्घटनाओं को न्योता दे रहे हैं तो वहीं, दूसरी ओर यही पशु गांव में पहुंचकर किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. पशुपालन विभाग का कहना है (Animal Husbandry Department Solan) कि सोलन एक सीमांत जिला है जिस वजह से बाहरी राज्यों के लोग यहां पशुओं को छोड़ रहे हैं. पशुपालन विभाग सोलन के उपनिदेशक डॉ.बी.बी. गुप्ता ने बताया कि लगातार सरकार के (Animal Husbandry Department Solan) निर्देशों के बाद बेसहारा पशुओं को सड़कों से उठाने का प्रयास किया जा रहा है ताकि सोलन को आवारा पशु मुक्त जिला बनाया जा सके. उन्होंने बताया कि हर तीसरे महीने एक अभियान के तौर पर बेसहारा पशुओं को काऊ सेंचुरी में भेजा जा (Cow Sanctuary Solan) रहा है. उपनिदेशक डॉ. बी. बी. गुप्ता ने बताया कि सीमांत राज्य होने के चलते जिला सोलन में लोग पशुओं को सड़क पर छोड़कर जाते हैं जिसके चलते एक बार फिर आवारा पशुओं की संख्या सड़कों पर बढ़ने लगी है. उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन के साथ अब बोर्डरों पर सख्ती बरती जा रही है ताकि इस तरह से पशुओं को छोड़ने वाले लोगों पर नकेल कसी जा सके.