कुल्लू में जान हथेली पर लेकर उफनता नाला पार कर रहे लोग, 5 साल से बन रहा है पुल - himachal news
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में बरशेनी पंचायत के लोग जान हथेली पर लेकर रोजमर्रा के काम कर रहे हैं. मणिकर्ण घाटी की इस पंचायत के पुलगा गांव को जोड़ने वाला पुल 5 साल बाद भी नहीं बन पाया है. गांव के लोग रोजाना उफनते नाले को अपनी जान हथेली पर रखकर लकड़ी के फट्टे के सहारे पार करते हैं. यहां पर बने रास्ते पर गाड़ियां गुजरती तो हैं लेकिन उफनती लहरों के बीच कभी भी हादसा हो सकता है. बरसात के दिनों में पैदल चलना तो छोड़िये गाड़ियों के लिए ये उफनता नाला पार करना मुमकिन नहीं है. इस इलाके में देश विदेश के पर्यटक भी पहुंचते हैं, उन्हें भी परेशानी का सामना करना पड़ता है. गर्मियों में पहाड़ में बर्फ पिघलने के बाद नदी नालों का जल स्तर बढ़ जाता है और कुछ समय में बरसात का मौसम शुरू हो जाएगा. यहां बना पुल टूटने के बाद नए पुल का निर्माण तो हो रहा है लेकिन रफ्तार ऐसी है कि कछुआ भी शरमा जाए. 5 साल से पुल बन ही रहा है. शायद प्रशासन को भी किसी बड़े हादसे का इंतजार है.