18 साल बाद किन्नौर में मनाया जा रहा आठारो मेला, सोने चांदी के आभूषण पहनकर मंदिर आती हैं महिलाएं
किन्नौर जिले में 18 साल बाद आठारो मेला मनाया जा रहा है. इस मेले में ग्रामीणों की एकजुटता और रिश्तेदारी सबसे अहम भूमिका रखती है. मेले में गांव से संबंध रखने वाली सभी महिलाएं जिनकी शादी गांव से बाहर हुई होती है, उन्हें मुख्य रूप से स्थानीय देवता द्वारा मेले में बुलाया जाता है. मेले में सभी ग्रमीण अपने भांजे और भांजियों का स्वागत भी करते हैं. बरी गांव में आठारो मेला स्थानीय देवता काली नागेस मंदिर प्रांगण में मनाया जाता है. मेले में सभी ग्रामीणों को पारंपरिक वेशभूषा में मंदिर परिसर में आना अनिवार्य होता है. इस दौरान बड़ी संख्या में लोग जुटते हैं.
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आठारो मेला