प्राकृतिक जल स्रोतों की दुर्दशा का जिम्मेदार कौन ? - नगर परिषद पांवटा साहिब
कुएं तालाब, नहरें और नदियां इंसान के लिए ही नहीं बल्कि जीव जंतुओं के लिए काफी महत्व रखती हैं. लेकिन जब इंसान प्राकृतिक जल स्रोतों की अनदेखी करने लगे तो इनका अस्तित्व मिटने के कागार पर पहुंच जाता है. कुछ ऐसा ही हाल जिला सिरमौर के पांवटा साहिब में नदियों और प्राकृतिक जल स्रोतों का है. सरकारें और प्रशासन इनके संरक्षण के दावे करते हुए नजर आते हैं लेकिन हकीकत कुछ और ही बयां करती है. इसका अंदाजा आप इन तस्वीरों को देखकर लगा सकते हैं. देखें ये खास रिपोर्ट...