ऊना: अमीर गरीब के बीच की खाई लगातार बढ़ रही है. एक ओर जहां ऐसे लोग हैं जो रोजमर्रा की जरूरत के लिए भी तरस रहे हैं तो दूसरी ओर बड़ी संख्या में लोग ऐसे भी हैं जिनके पास बहुत कुछ जरूरत से ज्यादा है और वो उसे बेकार जाने देते हैं, लेकिन समाज की इसी असमानता को दूर करने के लिए जिला ऊना में भी ईरान की तर्ज़ पर वॉल ऑफ ह्यूमैनिटी यानि कि मानवता की दीवार बनाई गई है.
ईरान की तर्ज पर ऊना में बनी मानवता की दीवार ऊना प्रशासन और नगर निगम के संयुक्त प्रयास से डीसी राकेश कुमार प्रजापति की सोच से दीवार का निर्माण किया गया है. इस दीवार का मकसद जरूरतमंदों को बिना किसी रोकटोक के मदद देना है. ऊना के संपन्न व मध्य वर्गीय परिवारों की मदद लेकर इस दीवार के शुभारम्भ के साथ ही जरूरतमंद लोगों को कपड़े, बर्तन व अन्य जरूरी सामान पहुंचाने का क्रम भी शुरू कर दिया गया है, जबकि इस दीवार पर यह भी लिखा गया है कि जो आपके पास ज्यादा है तो दे जाएं और जो कम है तो ले जाएं.मानवता की इस दीवार के एक तरफ वसुदेव कुटुंबकम भी लिखा गया है. इससे पहले ईरान में जरूरतमंदों की सहायता के लिए ऐसा प्रयास किया जा चुका है, लेकिन ऊना जिला हिमाचल प्रदेश में ऐसी पहल करने वाला पहला जिला बन गया है. इस योजना को अमलीजामा पहनाने वाले ऊना डीएम ने मानवता की इस दीवार के पूरा होने के बाद जिला ऊना में अन्य स्थानों पर भी ऐसी दीवारों का निर्माण किये जाने का दावा किया है. डीसी राकेश कुमार प्रजापति ने आने वाले समय में वॉल ऑफ बुक्स बनाने का भी दावा किया. जिससे लोग घरों में पड़ी बिना जरूरत की किताबों को रख सकते हैं और जरूरतमंद उन किताबों को वहां पढ़ने के साथ-साथ अपने घर भी ले जा सकेंगे.
ईरान की तर्ज पर ऊना में बनी मानवता की दीवार बहरहाल इस अनूठी योजना के लिए ऊना प्रशासन और डीसी ऊना की लोगों ने खुलकर प्रशंसा की है और इसे समाज में असमानता दूर करने की दिशा में एक अहम कदम बताया है.