ऊना: जिले के बारसड़ा गांव में खड्ड को चैनेलाइज करने के काम में लगे ठेकेदार पर लोगों ने मनमानी के आरोप लगाए हैं. स्थानीय लोगों को सरकारी संपत्ति और अपनी जिंदगियों पर खतरे का डर सता रहा है. दरअसल, खड्ड के चैनेलाइजेशन के काम में जुटे ठेकेदार ने खड्ड में 20-20 फुट गहरे गड्ढे कर दिए हैं.
ठेकेदार द्वारा खड्ड में किए गए गड्ढे बता दें कि बाढ़ की समस्या से बचाने के लिए सरकार द्वारा करोड़ों रुपये खर्च कर स्वां नदी और इसकी 73 सहायक खड्डों को चैनेलाइज किया जा रहा है. काम में लगे ठेकेदार के कारिंदों ने खड्ड में बड़ी-बड़ी मशीनें लगाकर वहां से मिट्टी उठाकर चैनेलाइजेशन के काम में इस्तेमाल कर रहे हैं. इसके अलावा इस खड्ड का कुछ पत्थर भी प्रोजेक्ट में लगाए जा रहे हैं. जबकि तटीकरण में विशेष मिट्टी और पत्थर इस्तेमाल में लाए जाते हैं.
साइट पर गड्ढे दिखाते ग्रामीण स्थानीय लोगों का कहना है कि ठेकेदार ने खड्ड में 20-20 फुट गहरे गड्ढे कर दिए हैं, जिससे साथ लगते पुल पर भी खतरा मंडराने लग गया है. उन्होंने कहा कि इस खड्ड में पहले भी तीन बच्चों की डूबने से मौत हो चुकी है. अब ये बड़े बड़े गड्ढे किसी भी समय बड़े हादसे को न्यौता दे सकते हैं. गांववासियों ने सरकार और प्रशासन से ठेकेदार की मनमानी को रोकने की गुहार लगाई है.
ग्राम पंचायत जनकौर के उपप्रधान अच्छर पाल ने बताया कि उन्हें ग्रामीणों द्वारा इस मामले की सूचना दी गई थी, जिसके बाद ठेकेदार के कारिंदों को काम रोकने के लिए कहा गया है. उपप्रधान ने कहा कि अगर इसके बावजूद खड्ड में गड्ढे किए जाते हैं तो ठेकेदार के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज करवाया जाएगा.
वहीं, कंस्ट्रक्शन कंपनी के साइट इंचार्ज ने कहा कि खड्ढ से मटीरियल उठाने की उनके पास कोई अनुमति नहीं है. उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं थी, लेकिन जब बड़े-बड़े गड्ढे देखे तो उन्होंने काम बंद करवा दिया. साइट इंचार्ज ने जल्द ही इन गड्ढों को भरने का आश्वासन दिया.