ऊना पुलिस ने नकली शराब कांड का किया खुलासा ऊना:हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में हाल ही में पकड़ी गई नकली शराब मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. दरअसल, मामले के तार करीब डेढ़ वर्ष पूर्व मंडी में हुए नकली शराब कांड के मुख्य सरगना से जुड़े हुए हैं. बता दें कि 45 पेटी नकली शराब के साथ दबोचे गए दोनों आरोपियों की शुरुआती पूछताछ के दौरान यह सनसनीखेज खुलासा हुआ है.
पुलिस की माने तो गौरव मिन्हास नाम मुख्य आरोपी का नाम इस मामले में सामने आने के बाद पुलिस ने शराब की सत्यता की जांच करवाना शुरू किया था, जिसमें यह शराब नकली पाई गई. इस नकली शराब की सप्लाई जिला ऊना के कई क्षेत्रों में की जा चुकी है. फिलहाल पुलिस ने आबकारी एवं कराधान विभाग को साथ लेकर व्यापक स्तर पर मुहिम शुरू कर दी है.
मंडी शराब कांड के मुख्य सरगना से जुड़े तार:शराब तस्करी के आरोप में पकड़े गए दोनों आरोपी मोहित राजपूत और अश्विनी कुमार ने पुलिस को बताया कि उन्होंने यह शराब गौरव मिन्हास नाम के व्यक्ति से लिया है. बता दें, गौरव मिन्हास वही व्यक्ति है, जो करीब डेढ़ वर्ष पूर्व मंडी में हुए नकली शराब कांड का मुख्य सरगना रहा है. गौरव का नाम सामने आने के बाद पुलिस अधिकारियों ने इस शराब की सत्यता की जांच की. जिसके बाद आबकारी एवं कराधान विभाग ने इस शराब के नकली होने की पुष्टि की है.
375 पेटी नकली शराब बरामद:आरोपियों से पूछताछ के बाद मैहतपुर इंडस्ट्रीज एरिया के एक खाली पड़े प्लॉट में छापेमारी की गई. प्लॉट से पुलिस ने 375 पेटी नकली शराब बरामद की है. पुलिस के लिए अब सबसे बड़ी सिरदर्द यह भी है कि इस तरह की नकली शराब की सप्लाई जिला के लगभग हर क्षेत्र में पहले ही की जा चुकी है. वहीं, गोदाम में छापेमारी करने पर पुलिस ने वहां से जले हुए लेवल और होलोग्राम भी बरामद किए हैं. शराब की जांच के लिए पुलिस फॉरेंसिक लैब की भी मदद ले रही है. ताकि इस शराब को लेकर सही आंकड़े सामने आ सके.
'इस शराब कांड में गौरव मिन्हास का नाम सामने आने के बाद पुलिस की विभिन्न टीमों ने उसकी धरपकड़ के लिए दबिश भी दी थी, लेकिन वह अपने घर में मौजूद नहीं था. अभी इस मामले पर कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. हालांकि गौरव मिन्हास का नाम स्पष्ट रूप से सामने आ चुका है. अन्य कौन-कौन से लोग इस पूरे घटनाक्रम में शामिल हैं, यह जांच का विषय है.':- अर्जितसेन ठाकुर, एसपी ऊना
फॉरेंसिक लैब की रिपोर्ट का इंतजार:दूसरी तरफ पुलिस ने इस बात से भी इनकार नहीं किया कि इस तरह की शराब की सप्लाई पहले से यहां पर हो रही है. पुलिस का मानना है कि जिस मात्रा में अवैध शराब पकड़ी गई है. उसके बाद कई सारे मामले जांच के दायरे में हैं. आबकारी विभाग इस शराब के नकली होने की पुष्टि कर चुका है, लेकिन अब साथ में ही असली और नकली शराब के बीच का अंतर पता करने के लिए फॉरेंसिक लैब की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. साथ ही साथ जिला के विभिन्न क्षेत्रों में इस शराब को पकड़ने के लिए आबकारी एवं कराधान विभाग से भी मदद मांगी गई है.
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