ऊना: जिला में भी लॉकडाउन के चलते छात्रों की पढ़ाई व्हाट्स एप ग्रुप और यू-ट्यूब के माध्मय से हो रही है. शिक्षा विभाग के ध्यान में है कि एक वर्ग ऐसा भी है, जिनके पास स्मार्ट फोन नहीं है. ऐसे छात्रों को एसएमएस से पढ़ाई करवा जा रही है. वहीं, विद्यार्थियों के लिए ई-लर्निंग और डीडी शिमला की ज्ञानशाला भी सहायक सिद्ध हो रही है.
कोरोना संकट के बीच जारी लॉकडाउन में 31 मई तक सभी शिक्षण संस्थान बंद हैं, लेकिन इस संकट में भी विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसके लिए हिमाचल प्रदेश सरकार विशेष प्रयास कर रही है. 10वीं और 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए 17 अप्रैल से डीडी शिमला पर हिमाचल दूरदर्शन 'हर घर पाठशाला' का प्रसारण शुरू किया गया है. जिसके तहत बच्चे अपनी पढ़ाई टीवी के माध्यम से कर रहे हैं.
देहलां के प्रधानाचार्य देवेंद्र चौहान ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते सभी स्कूल बंद हैं, लेकिन छात्रों की सुविधा को देखते हुए जिला ऊना के 770 स्कूलों में पढ़ाई व्हाट्सएप ग्रुप व यू-ट्यूब के माध्मय से हो रही है.
स्कूली बच्चों की माने तो घर पर टीवी चैनल से उन्हें पढ़ाई का एक नया अनुभव मिल रहा है. कोरोना संकट के समय में स्कूल बंद हैं और ज्ञानशाला कार्यक्रम मददगार साबित हो रहा है. इसमें उनके सिलेबस से जुड़े टॉपिक बड़े रोचक तरीके से पढ़ाए जा रहे हैं और उन्हें पढ़ने में मजा आ रहा है. बच्चों का कहना है कि स्कूल न जा पाना अच्छा नहीं लग रहा है, लेकिन मोबाइल के माध्यम से भी पढ़ने में मजा आ रहा है.
बच्चों का कहना है कि ई-लर्निंग काफी मददगार सिद्ध हो रही है. अध्यापक व्हाट्स एप ग्रुप और यू-ट्यूब से पढ़ाते हैं और कोई प्रश्न होने पर उत्तर भी देते हैं. हर विषय के टीचर्स रोज एक वर्कशीट भेजते हैं, जिसे हल करना होता है.
अभिभावक भी सरकार की इस पहल का समर्थन कर रहे हैं. उनके लिए कोरोना काल में बच्चों की पढ़ाई एक चिंता का विषय बन गया था. बच्चों के अभिभावक परेशान थे कि पढ़ाई का क्या होगा, लेकिन सरकार ने बढ़िया कदम उठाया है. इसके लिए वह प्रदेश सरकार का आभार प्रकट कर रहे हैं.
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