ऊना: जिला ऊना के हरोली डेडिकेटेड कोविड सेंटर में गगरेट विधानसभा क्षेत्र के 1 कोरोना संक्रमित द्वारा कोविड-19 के तहत बनाए गए नियम को तोड़ने पर पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है. वहीं दूसरी तरफ मरीज के परिजन अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं परिजनों के अनुसार हरोली स्थित डेडीकेटेड कोविड-19 सेंटर में मरीज को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिलने के कारण उसे काफी परेशान होना पड़ा.
स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही के आरोप
परिजनों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण मजबूरी में कोरोना मरीज को आधी रात को अपने घर आना पड़ा. क्योंकि उसकी तबीयत अचानक से बिगड़ रही थी सेंटर में उसे कोई सुविधा प्राप्त नहीं हो रही थी. इस पर स्वास्थ्य विभाग ने उसके खिलाफ कोविड नियम तोड़ने की शिकायत पुलिस में दी है.
'अस्पताल में तड़पता रहा मरीज'
बता दें कि गगरेट विधानसभा क्षेत्र के एक गांव का निवासी 46 वर्षीय पुरुष पिछले काफी वर्षों से गगरेट अस्पताल में ठेकेदार के पास बतौर सफाई कर्मी कार्यरत है. उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई जिसके बाद उसको कोविड अस्पताल हरोली शिफ्ट कर दिया गया, लेकिन वहां पर उसकी तबीयत बिगड़ने लगी जिसके बाद उसे क्षेत्रीय अस्पताल ऊना रेफर किया गया जहां पर उसकी जांच की गई इस मामले को लेकर परिजनों ने आरोप लगाया है कि मरीज पानी के लिए तड़पता रहा लेकिन कोविड-19 में पानी की व्यवस्था ना होने के चलते मजबूरी में मरीज को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
सीएमओ ने आरोप को बताया निराधार
इस मामले पर सीएमओ ऊना डॉ रमन शर्मा ने बताया कि मरीज के परिवार द्वारा लगाए गए आरोप निराधार व गलत है. उन्होंने कहा कि हरोली सेंटर में सभी मूलभूत सुविधाएं पूरी तरह से उपलब्ध है. उन्होंने कहा कि पानी के लिए वहां बकायदा फिल्टर लगाए गए हैं. नियम तोड़ने पर मरीज के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई गई है.
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