ऊनाःजिला में कोरोना के बढ़ते कहर के बीच स्वास्थ्य विभाग ने एक्टिव केस फाइंडिंग को लेकर विशेष अभियान छेड़ रखा है. इसके तहत जिला मुख्यालय के बाजारों को छोटे-छोटे क्षेत्रों में बांटकर हर दिन 50 कारोबारियों की सैंपलिंग का प्लान तैयार किया गया है. इसी कड़ी में शुक्रवार को जिला मुख्यालय के टाउन हॉल में सैंपलिंग के दौरान करीब 23 कारोबारी स्वेच्छा से आगे आए और उन्होंने कोरोना टेस्टिंग करवाई.
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मार्च में कोरोना के सभी रिकॉर्ड ध्वस्त
गौरतलब है कि मार्च माह में संक्रमण के तेजी से बढ़ रहे मामलों से तमाम रिकॉर्ड ध्वस्त हो गए थे. बाजारों में भी लोगों की लगातार आवाजाही के चलते जिला मुख्यालय में संक्रमण के फैलने का ज्यादा खतरा माना जा रहा है. इसके मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने सभी कारोबारियों की सैंपलिंग करवाने का निर्णय लिया है. जिला में मार्च महीने में कोरोना के मामले आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने एक्टिव केस फाइंडिंग को लेकर अभियान छेड़ दिया है.
हरकत में स्वास्थ्य विभाग
जिला में संक्रमण के तमाम रिकॉर्ड टूटने के बाद जहां एक तरफ से स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है. वहीं, जिला प्रशासन ने भी एक प्लान तैयार कर कारोबारियों के सैंपल जुटाने के लिए जिला मुख्यालय के सभी बाजारों को छोटे-छोटे क्षेत्रों में बांट दिया है. इसमें 1 से लेकर 29 अप्रैल तक चलने वाले इस एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान के दौरान प्रतिदिन 50 कारोबारियों के सैंपल करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
रेंडम सैंपलिंग के लिए आगे आने की अपील
स्वास्थ्य विभाग के परियोजना अधिकारी डॉ. सुखदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि मार्च माह के दौरान जिस प्रकार संक्रमण जिला के तमाम क्षेत्रों में फैला है, उसे जिला मुख्यालय के बाजार में भी लोगों की काफी प्रभावित होने का खतरा मंडरा रहा है. इसी के तहत एक्टिव केस फाइडिंग को लेकर कारोबारियों की सैंपलिंग का फैसला लिया गया है.
शुक्रवार को सैंपलिंग के दौरान जिला मुख्यालय के बाजार से करीब 23 कारोबारी स्वेच्छा से सैंपलिंग के लिए आगे आए. उन्होंने सभी कारोबारियों से स्वेच्छा से कोरोना की टेस्टिंग कराने का आह्वान भी किया है, ताकि कोरोना की चेन को तोड़ने में मदद मिल सके.
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