ऊनाः नगर परिषद ऊना में तहबाजारी वसूली के मामले में गड़बड़झाले की बू आ रही है. इस मामले में लाखों रूपये का हिसाब लेखा विभाग के साथ ही नगर परिषद ऊना के लिए भी सर दर्द बनने वाला है. तहबाजारी वसूली में करीब 11 लाख रूपये से अधिक राशि में गड़बड़झाले की आशंका है.
वहीं, नगर परिषद की वसूली की गई राशि में करीब 6 लाख की राशि कम जमा करवाई गई है. इस मामले में स्थानीय लेखा विभाग के सहायक नियंत्रक जितेंद्र सिंह ने नगर परिषद के ईओ को पत्र लिख कर स्पष्टीकरण मांगा है.
बता दें कि इन दिनों नगर परिषद ऊना में कार्यकारी अधिकारी का पद भी रिक्त चल रहा है. जबकि तहसीलदार ऊना को इसका अतिरिक्त कार्यभार सौंप कर काम चलाया जा रहा है. सहायक लेखा परीक्षक ने नगर परिषद के ईओ को 2 अगस्त 2019 को एक पत्र लिखा, जिसमें नगर परिषद ऊना में रजिस्टर्ड चल रहे 173 स्ट्रीट वेंडर्स से तहबाजारी की वसूली के मामले को उठाया गया है.
बता दें कि 3 मई 2016 को एसडीएम टाऊन वेंडिंग कमेटी की बैठक के दौरान करीब 500 रूपये प्रतिमाह वसूल किए जाने पर सहमति बनी थी. वहीं, 29 अप्रैल 2018 को हुई बैठक और कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद ऊना द्वारा 9 मई 2018 को जारी पत्र के मुताबिक तहबाजारी वसूली में संशोधन करते हुए 500 रूपये से कम करते हुए 354 रूपये वसूलना अपेक्षित किया गया था.